गर्भवती महिला को ठेले पर बैठाकर अस्पताल पहुंचा परिवार, डॉक्टरों ने किया शर्मनाक काम

रिपोर्ट- एमडी काशिफ

श्रावस्ती। जनपद में स्वास्थय सेवाएँ किस तरह बदहाल है उसकी बानगी आज एक प्रसूता को झेलनी पड़ी। मामला गिलौला थाना इलाके के ग्राम मंसुखा का है। प्रसूता महिला के परिवार वालो ने एम्बुलेंस मांगी तो  स्वास्थ विभाग ने देने में हीला हवाली की और वो घंटो हो इंतज़ार के बाद प्रसव पीड़िता मजबूर होकर ठेलिया से सामुदायिक स्वास्थ केंद्र गिलौला पहुंची।

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किसी तरह बीती रात 11 बजे  बच्चे का  जन्म हुआ लेकिन तब भी अस्पताल में किसी तरह की सुविधा डॉक्टरों द्वारा नहीं मिली। प्रसव के 9 घण्टे बाद महिला को  डिस्चार्ज कर दिया गया जब की प्रसव होने के पश्चात् 72 घण्टे तक प्रसव पीड़िता को अस्पताल में रखे जाने का आदेश है ।

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अस्पताल से डिस्चार्ज कर वापस घर जाने पर प्रसूता को एम्बुलेंस मौहेया नहीं करा सका और फिर मजबूर होकर नवजात शिशु को लेकर ठेलिया पर सवार होकर पीड़ित महिला अपने  घर वापस गई लेकिन सी एम ओ श्रावस्ती इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए है।

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