जिसका ‘इम्यून सिस्टम’ हो जबरदस्त वो पाकिस्तानी पीएम की ये बात पचाकर दिखाए

इस्लामाबाद। जहां एक ओर पाकिस्तान की कायराना और आतंकी गतिवधियां आये दिन पूरी दुनिया के सामने उजागर होती रहती हैं। वहीँ उनके प्रधानमंत्री देश को आतंकी नहीं, बल्कि संतों का देश कहकर संबोधित करने में तनिक भी शर्म महसूस नहीं करते हैं। उनके हिसाब से पाकिस्तान एकदम पाक-साफ़ देश है। और आतंक का तो दूर-दूर कोई नाता ही नहीं है।

जिसका ‘इम्यून सिस्टम’ हो जबरदस्त

दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने वेस्टर्न मीडिया पर पाकिस्तान की गलत तस्वीर पेश करने का आरोप लगाया है। लाहौर लिटररी फेस्टिवल में बोलते हुए अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों का नहीं, बल्कि संतों का देश है, लेकिन पश्चिमी देश हमेशा से ही उसे गलत तरीके से पेश करते रहे हैं।

बता दें कि हाल ही में अमेरिका ने पाकिस्तान को फाइनेंशियल टेरर वॉच लिस्ट में डालने प्रस्ताव रखा है, जिस पर उसे 3 महीने की मोहलत दी गई है।

पाकिस्तान की असली पहचान उसकी सांस्कृतिक धरोहर हैं

ख़बरों के मुताबिक, लाहौर लिटररी फेस्टिवल में कई जानेमाने लेखक, विद्वान और विदेशी मेहमान शामिल हुए हैं। अब्बासी शुक्रवार को इस फेस्टिवल में पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान की असली पहचान उसकी सांस्कृतिक धरोहर हैं, संतों का ज्ञान है ना कि वो सब जो मीडिया दिखाता है’।

अब्बासी ने उम्मीद जताई कि विदेशी यहां से जाने के बाद दुनिया को पाकिस्तान की अच्छी छवि बताएंगे। इस इवेंट के दौरान उन्होंने पाकिस्तान की जानीमानी सोशल वर्कर अस्मा जहांगीर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि अस्मा हमेशा लोगों के हक और लोकतंत्र की मजबूत के लिए लड़ीं।

आतंकी समर्थक देश है पाक!

पाकिस्तान के सहयोग से बढ़ते आतंक के मद्देनज़र अमेरिका ने पिछले दिनों फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की लिस्ट में डालने का प्रस्ताव रखा था। वहीँ भारत, ब्रिटेन और फ्रांस ने अमेरिका के इस प्रस्ताव का समर्थन किया था।

खबरों के मुताबिक, गुरुवार को सउदी अरब, तुर्की और चीन ने पाकिस्तान को इस लिस्ट में डालने का विरोध किया था, लेकिन शुक्रवार को इन देशों ने भी अपना समर्थन वापस ले लिया।

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हालांकि, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का इस बारे में कहना है कि उन्हें इससे बचने के लिए 3 महीने की मोहलत दी गई है।

क्या है FATF?

FATF उन देशों की गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर रखता है जो आतंकियों को किसी भी तरह की मदद मुहैया कराते हैं। ये फोर्स लिस्ट में शामिल देशों के आर्थिक संस्थानों पर भी कड़ी नजर रखती है, जिससे पाकिस्तान को बिजनेस में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

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बता दें कि FATF की लिस्ट में अभी श्रीलंका, सर्बिया, इथोपिया, सीरिया, ट्यूनिशिया, वनुआतु, यमन, इराक और त्रिनिदाद एंड टोबैगो जैसे देश शामिल हैं।

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