
नई दिल्ली। पाकिस्तान की गिरफ्त में मौजूद भारतीय नौसेना के पूर्व ऑफिसर कुलभूषण जाधव को बचाने की पुरजोर कोशिश कर रही भारत सरकार को ये खबर सोचने पर मजबूर कर सकती है। पाकिस्तानी संस्था आईएसपीआर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा है कि कूलभूषण जाधव की दया याचिका अपने अंतिम चरण में है। जल्द ही पाकिस्तान की आवाम को गुड न्यूज दी जाएगी।
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बता दें कि भारतीय नौसेना के 46 साल के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने पाक के खिलाफ कथित रुप से जासूसी में संलिप्तता के कारण अप्रैल में मौत की सजा सुनाई थी।
इसके बाद भारत सरकार ने जाधव के बचाव के लिए मामले को अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत तक लेकर गए थे। इसपर सुनवाई करते हुए ICJ की 10 सदस्यीय पीठ ने 18 मई को जाधव की फांसी की सजा के अमल पर रोक लगा दी थी।
इसके जवाब में पाकिस्तान ने अदालत में कहा कि वियना समझौते में कंसुलर संपर्क से जुड़े प्रावधान आतंकी गतिविधियों में शामिल किसी जासूस के लिए नहीं है।
वहीं पाकिस्तान ने जाधव को राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराने के लिए भारत के आग्रह को भी ठुकरा दिया है।
पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को पिछले साल तीन मार्च को पाकिस्तान ने गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया था।
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वहीं UN में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के मु्द्दे पर पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई थी। इसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
ख़बरों के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने न्यूयॉर्क में लोगों को संबोधित करते हुए दावा किया है कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के बदले 2014 में पेशावर स्कूल हमले के जिम्मेदार और अफगानिस्तान की जेल में बंद एक आतंकवादी को देने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसमें नाम मात्र भी सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने मुझसे कहा कि हम उस आतंकवादी से आपके पास मौजूद आतंकवादी से अदला बदली कर सकते हैं’।
हालांकि विदेश मंत्री ने आतंकवादी का नाम और उस एनएसए के बारे में स्पष्ट नहीं किया जिसके संदर्भ में उन्होंने यह बात कही है।