बीएसपी में पुरानी प्रथा ख़त्म… ‘बहन जी’ ने पैर छूने पर जताई आपत्ति

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए सख्त निर्देश जारी किये है। आदेश में कहा गया है कि कार्यक्रम के दौरान उनके पैर न छूए जाएं। बीएसपी नेताओं का कहना है कि ऐसा संगठन और इसके काम करने के तौर तरीकों में बदलाव के उद्देश्य के लिए किया जा रहा है।

बीएसपी

पार्टी के नेताओं का कहना है कि इसके जरिए बीएसपी के सभी कार्यकर्ताओं को अंबेडकर से कांशी राम की विचारधारा के संबंध में संदेश दिया गया है। आमतौर पर देखा जाता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं में बहनजी (मायावती) को लेकर काफी सम्मान है। इसीलिए वे स्वाभाविक तौर पर उनके पांव छूते हैं। बहनजी जहां भी जाती हैं, उनके पांव छूने के लिए कतार लग जाती है।

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ख़बरों के मुताबिक पार्टी के अभिवादन में बदलाव के साथ बीएसपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने की तैयारी शुरू कर दी है।

ख़बरों के मुताबिक आदेश का संबंध 2019 चुनाव की तैयारियों से है। इसलिए पार्टी की ओर से पूर्व में भंग की गई बूथ कमिटियों को एक बार फिर गठित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है, साथ ही इसमें कोई भी लापरवाही ना बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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बता दें कि पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बुरी तरह से हारने के बाद बीएसपी एक बार फिर अपनी जड़ें तलाशने में जुटी हुई है। समाज के अंदर ही यूपी में चंद्रशेखर आज़ाद से लेकर गुजरात में जिग्नेश मेवानी तक अलग-अलग आवाज़ें उठ रही है।

ऐसे में बसपा के लिए बीएसपी के लिए बहुत ज़रूरी है कि अपने मिशन के तहत वो अलग-अलग राजनितिक दलों से लड़ कर अपना अस्तिव्व बचाए रखे।

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