धरती पर आएंगे एलियंस! वैज्ञानिकों ने एलियंस को बुलाने के लिए बनाया प्लान, हैरान कर देगी तैयारी

दुनिया में इन दिनों एलियन की चर्चा तेज हो गई है। एलियंस के बारे में आए दिन नए-नए और चौंकाने वाले दावे किए जाते हैं। स्पेस या अंतरिक्ष में दिलचस्पी रखने वाले हर व्यक्ति के मन में एक सवाल हमेशा रहता है कि क्या धरती के अलावा भी कहीं जीवन मौजूद है? सालों से वैज्ञानिक इस सवाल का जवाब खोजने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है।कई अंतरिक्ष अभियानों के बावजूद हमारे वैज्ञानिक अभी तक धरती के बाहर जीवन के निशान नहीं खोज पाए हैं| आपने भी अमेरिका (US) और पश्चिमी देशों में UFO और एलियंस पर रिसर्च की खबरें पढ़ी होंगी| हालांकि आए दिन एलियन के बारे में हैरान करने वाली खबरें आती हैं|

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अब इस बीच अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एलियंस से संपर्क करने के लिए एक नया प्लान बनाया है। नासा के इस प्लान के बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। आइए जानते हैं कि नासा ने एलियंस से संपर्क साधने के लिए क्या प्लान बनाया है? इंसान हमेशा से इस ब्रह्मांड में अपनी जैसी किसी प्रजाति को खोजने में लगा है। दुनिया की तमाम स्पेस एजेंसियां एलियंस की तलाश में तरह-तरह के सिग्नल स्पेस में भेजती रही हैं। लेकिन अब नासा ने धरती की तरफ एलियंस को आकर्षित करने के लिए अंतरिक्ष में इंसानों की न्यूड तस्वीरों को भेजने का प्लान बनाया है।

नासा ने फैसला किया है कि वह अंतरिक्ष में इंसानों की नग्न तस्वीरें भेजेगा। भले ही सुनने में यह विचार बेहद मजाकिया लगे, लेकिन ये एक अपडेट बाइनरी कोड मैसेज का हिस्सा है जिसका इस्तेमाल अंतरिक्ष में एलियंस से संपर्क साधने के लिए किया जाएगा। नासा के वैज्ञानिक सालों से एलियंस से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।

नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) के खगोल वैज्ञानिक डॉ. जोनाथन जियांग और उनकी टीम ने इस बाइनरी कोड मैसेज को तैयार किया है। मैसेज में एक नग्न महिला और पुरूष के साथ मैथ से जुड़े सवाल, डीएनए संरचना और सौर मंडल में हमारे लोकेशन से जुड़ी जानकारियां शामिल हैं।

शोधकर्ताओं ने बताया कि ‘एक बाइनरी-कोडेड मैसेज को तैयार किया गया है जो मिल्की वे आकाशगंगा में एक मैसेज ट्रांसमिट करेगा। इस मैसेज में सामान्य गणित के सवाल और भौतिक के नियम भी हैं।’

क्या-क्या है मैसेज में

शोधकर्ताओं का कहना है कि धरती पर जीवन की जैव रासायनिक संरचनाओं की जानकारी को इस मैसेज में शामिल किया गया है। इसके साथ ही सौर मंडल का डिजिटल चित्र और पृथ्वी की सतह की जानकारी है।

शोधकर्ताओं ने आगे कहा कि इस मैसेज में पृथ्वी पर जीवन की जैव रासायनिक संरचना के बारे में जानकारी दी गई है। इसके साथ ही सौर मंडल का डिजिटल चित्र और पृथ्वी की सतह की जानकारी है। जियांग और उनकी टीम ने प्रस्ताव दिया है कि इस मैसेज को चीन के गुइझोई में स्थित टेलीस्टोप या कैलिफोर्निया में SETI संस्थान के एलन टेलीस्कोप से ट्रांसमिट कर सकते हैं।

1974 में भेजा गया था मैसेज

उन्होंने कहा कि हमारे मैसेज भेजने का लक्ष्य आकाश गंगा के केंद्र में एक विशेष क्षेत्र होना चाहिए। क्योंकि इस बात की संभावना ज्यादा है कि अगर एलियंस का अस्तित्व है तो वे वहीं होंगे। 1974 में ‘अरेसीबो मैसेज’ भेजा गया था। बताया जा रहा है कि ये उसी मैसेज का अपडेट है। 16 नवंबर को इसे रेडियो वेव के सहारे प्रसारित किया गया था।

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