#MeToo कैंपेन का शिकार हुई पुणे की मुला-मूठा नदी, पढ़ें पूरी खबर

महाराष्ट्र के पुणे की मुला-मूठा नदी की सबसे प्रदूषति नदियों में से एक है। लापरवाही और अनदेखी का शिकार बनी यह नदी प्रदूषण से जूझ रही है। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए एक ऐडवोकेट ने कदम बढ़ाया है। उन्होंने सोशल मीडिया और कानून का फायदा लेते हुए नदी को बचाने की मुहिम छेड़ी है। उन्होंने कुछ दिन पहले हंगामा मचा देने वाले #MeToo कैंपेन का सहारा लिया है।

बता दें कि बिना ट्रीटमेंट के नदी में सीवेज और इंडस्ट्रियल वेस्ट फेंक दिया जाता है। इससे नदी में ऐंटीबायॉटिक रेजिस्टेंट बैक्टीरिया बढ़ता जा रहा है। मुला-मूठा की हालत को देखते हुए दापोडी के ऐडवोकेट आजिंक्या कलभोर ने नदी को बचाने के लिए #MeToo कैंपेन शुरू किया है। बता दें कि #MeToo कैंपेन में महिलाएं अपने साथ यौन अपराधों, शोषण, छेड़खानी के बारे में खुलकर बता रही थीं।

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आजिंक्या ने उस कैंपेन के फीचर्स को नदी के साथ हो रहे व्यवहार के समान बताया है। उनका कहना है कि नदी भी पीड़ित है। कलभोर ने फैसला किया है कि नदी के साथ हुए अत्याचार के बारे में भी बोलेंगे। उन्होंने नदी के किनारे कलरफुल बैनर लगाकर इसके खिलाफ अभियान शुरू किया है। बैनर्स पर लिखा है कि नदी को प्रदूषित करने की स्थिति में किसी व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने सोशल मीडिया पर हैशटैग भी MeToo ही चलाया है।

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