यहां होता है दो समुद्रों का संगम, खूबसूरत मंदिर और ऐतिहासिक महलों की भरमार

भारत में कई जगहें ऐसी हैं, जिनका सनसेट मशहूर है. लेकिन एक ऐसी जगह है, जिसके सनसेट का नजारा बहुत ही अच्छा है. साथ ही इस जगह पर दो समुद्रों का मिलन भी होता है. तमिलनाडु के दक्षिण तट पर बसा कन्याकुमारी हिन्द महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का संगम स्थल है.

कन्याकुमारी

कन्याकुमारी पहुंचने के लिए नजदीकी ‘त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा’ लगभग 100 किमी की दूरी पर स्थित है. कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं, जो भारत के कई अहम शहरों से जुड़ा हुआ है. सड़क मार्ग से भी यहां तक पहुंच सकते हैं. दक्षिण भारत के कई अहम शहर सड़क मार्गों के द्वारा कन्याकुमारी से जुड़ते हैं. कन्याकुमारी में कई महत्वपूर्ण जगहें है, जो बेहद शानदार हैं.

विवेकानंद रॉक मेमोरियल

कन्याकुमारी के पवित्र स्थानों में से एक इस स्थान पर स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था. इसके अलावा माना जाता है कि यहां कन्याकुमारी ने भी तपस्या की थी और उनके पैरों के निशान अभी भी यहां मौजूद हैं.

तिरूवल्लुवर मूर्ति

भारत की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक तिरूवल्लुवर मूर्ति की ऊंचाई 133 फीट है और इसका वजन 2000 टन है. इस मूर्ति को बनाने के लिए कुल 1283 पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है.

नागराज मंदिर

नाग देव को समर्पित यह मंदिर चीन की बुद्ध विहार की कारीगरी की याद दिलाता है.

कोरटालम झरना

खूबसूरत मंदिर और ऐतिहासिक महल के साथ-साथ यहां पर बेहद खूबसूरत झरना भी है. 167 मीटर ऊंचे इस झरने को औषधीय माना जाता है. इस झरने ज्यादातर पर्यटक स्नान करते हैं.

पदमानभापुरम महल

राजा त्रावनकोर द्वारा बनाई गई विशाल हवेली अपनी सुदंरता और भव्यता के लिए बहुत मशहूर है.

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