भारत के गांवों में मिलती है मिट्टी की खुशबू, इन जगहों पर मिलेगा सुकून
गांव की मिट्टी की बात ही अलग होती है. कुछ लोग गांव से आकर शहर में बस जाते हैं. लेकिन कुछ लोगों का गांव से काफी कोई रिश्ता नहीं होता है. वह कभी गांव गए नहीं होते हैं. इसलिए भारत के इन खास गांवों में आकर जिस शांति और सुकून का अहसास होगा वह कहीं और नहीं हो सकता है. ये गांव किसी जन्नत से कम नहीं हैं. भारत के इन गांवों की सैर कर आपको भी सुकून मिल सकता है.
गांवों की सैर दिलाएगी सुकून
मावलिनोंग
मेघालय में मावलिनोंग गांव की स्वच्छता इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देती है. यह एशिया का सबसे स्वच्छ गांव माना जाता है.
किब्बर
हिमाचल प्रदेश का किब्बर गांव भी किसी जन्नत से कम नहीं है. यह गांव समुद्र तल से 4850 मीटर की ऊंचाई पर बसा है. यह गांव दुनिया का सबसे ऊंचा गांव है.
चितकुल
हिमाचल प्रदेश अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है. उतना ही खूबसूरत यहां का चितकुल गांव है. इस गांव की सुंदरता आपको जन्नत का अहसास कराएगी.
लामयुरु
लद्दाख के लामयुरु गांव की खूबसूरती में कोई भी खो सकता है. खिली हुई धूप के बीच सैर का मजा किसी जन्नत की सैर से कम नहीं है.
प्रागपुर
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा घाटी में बसा शानदार गांव भारत का पहला गांव भी है. पुरातन काल की इमारतों की वजह से हेरिटेज विलेज के तौर पर जाना जाता है. इसकी खूबसूरती के चर्चे बी बच्चा-बच्चा करता है.
मट्टम
तमिलनाडु का मट्टम गांव के लाइटहाउस से सूर्यास्त का नजारा काफी मनमोहक होता है.
कलप
उत्तराखंड के गढ़वाल में बसा कलप गांव को देखकर लगता है कि भगवान ने इसे खुद अपने हाथों से बनाया है. यह किसी जन्नत से कम नहीं है. सर्दियों में यह गांव बर्फ की चादर में लिपट जाता है.
जुलुक
सिक्किम में बसा जुलुक गांव ऊंची-ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है. प्रकृति के गोद में बसे इस गांव के सुंदर और अद्भुत नजारे देखकर यहां खुद को बार-बार आने से नहीं रोक सकते हैं.