सौभाग्य योजना के नाम पर की जा रही हैं अवैध वसूली

रिपोर्ट—आसिफ पटेल
लातूर। सौभाग्य योजना के नाम पर  भ्रष्टाचार- भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना देखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना आखिर कैसा पुरा हो जब नौकरशाही ही पूरी तरह से भ्रष्टाचार पर उतर आई हो! मोदी जी की कई महत्त्वपूर्ण निशुल्क योजनाओं को आम जनता तक सुविधा शुल्क लेकर पहुंचाया जा रहा है।

सौभाग्य योजना के नाम पर  भ्रष्टाचार

जिससे कई गरीब परिवार ऐसी योजनाओ का लाभ लेने से बंचित रहे जाते है, इन्ही में से एक महत्त्वपूर्ण योजना है, प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना। जिसके तहत गरीब परिवारो को निशुल्क विधुत बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य है, इस लक्ष्य को पूरा करने के​ लिए जिस ठेकेदार को टेंडर दिया गया है। उस ठेकेदार के दलालो द्वारा अवैध वसूली की जा रही है।

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जबकि यह योजना पूरी तरह से निशुल्क है। वहीं मामले में विधुत विभाग के बडे अधिकारियों की उदासीनता कहीं न कहीं उनके भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने की और इशारा करती नजर आ रही है।

जी हां हम बात कर रहे हैं लातूर जिले के किल्लारी में केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना की जो पूरे देश में चलाई जा रही है। जबकि ठेकेदार के दलालों द्वारा इस योजना के तहत १००० से १५०० रूपये तक की बसूली कर सरकार की इस योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा है और विद्युत विभाग इस कार्यदाई संस्था के इस कारनामे से पूरी तरह अंजान है।

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इस भ्रष्टाचार के खेल में कहीं ना कहीं विद्युत के कर्मचारियों और अधिकारियों की भूमिका भी नजर आती है। जब ठेकेदार की इस अवैध वसूली के बारे में कार्यकारी अभियंता अरविंद इंगले से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस अवैध वसूली के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी इस मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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