यह ऐतिहासिक किला बयां करता है कई शासकों की दास्तां
हैदराबाद के चार मीनार के बारे में कई बार सुना हो. हैदराबाद में कई बादशाहों, राजा-सम्राटों ने राज किया. यहां आज भी कई ऐसे भवन, इमारतें, व किले मौजूद हैं, जिनकी बूढ़ी होती दीवारों में, भारत का अतीत बसा हुआ है. आज हैदराबाद के उस ऐतिहासिक किले के बारे में बताने जा रहे हैं. मुगल शासक औरंगजेब ने अपनी सारी तोपें लगा दी थीं.
गोलकोण्डा
गोलकोण्डा का किला हैदराबाद शहर से 12 किमी की दूरी पर स्थित है. यह किला अपने खजानों व रहस्यमयी गुफाओं के लिए जाना जाता है. इस किले के सबसे ऊपरी भाग पर जाने पर इसकी ऊंचाई का पता चलेगा, जहां से पूरे हैदराबाद का दीदार कर सकते हैं.
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पर्यटन के लिहाज से पर्यटन के लिहाज से यह ऐतिहासिक किला बहुत मायने रखता है.
ऐतिहासिक किला कई शासकों का अतीत बयां करता है. आपने कोहिनूर हीरे के बारे में तो जरूर सुना होगा, क्या आपको इसका इतिहास पता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि कोहिनूर हीरा गोलकोंडा से संबंध रखता है.
17 वीं शताब्दी के दौरान गोलकोंडा हीरे-जवाहरातों का प्रसिद्ध बाजार हुआ करता था. यहां कभी हीरे के खानें हुआ करती थीं, जिसने पूरी दुनिया को कई बेशकीमती हीरे दिए. अब इन खानों का अस्तित्व मिट चुका है.
ऐसे पहुंचें
गोलकोण्डा तक पहुंचने के लिए हवाई/रेल /सड़क मार्गों के सहारे पहुंच सकते हैं. हवाई मार्ग के लिए हैदराबाद हवाईअड्डे का सहारा लेना पड़ेगा. रेल मार्ग के लिए आप हैदराबाद या सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं, जहां से गोलकोण्डा के लिए बस आसानी से मिल जाएगी.