नेत्रदान जागरुकता कार्यक्रम में लोगों से मरणोपरांत नेत्रदान करने की अपील

रिषिकेष। एसआरएचयू-हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट की नेत्र चिकित्सक डॉ.रेनू धस्माना ने लोगों से नेत्रदान की अपील की और कहा कि इस दिवाली पर्व पर नेत्रदान का संकल्प लेकर दूसरों की जिंदगी में आए हुए अंधकार को उजाले में बदलने का काम करें।

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हिमालयन हॉस्पिटल में बुधवारा को नेत्र चिकित्सक डॉ.रेनू धस्माना ने आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह दीपावली का त्योहार अंधेरे पर उजाले की जीत का पर्व है। क्योंकि इस त्योहार को मानने वाले सभी लोग अपने घरों को और हर उस जगह को जहां अंधेरा हो उसे रोशन कर उजाला फैलाते हैं।

इसी तरह इस पर्व पर यह संकल्प लें कि हर उस शक्स को नेत्रदान करें जिसकी जिंदगी में अंधेरा है। हो सकता है कि आपके नेत्रदान से उनकी जिन्दगी में उजाला हो जाए और वह कुदरत की बनाई इस दुनिया को अपनी आखों से देख सकें। नेत्रदान कर हम उन लोगों की जिंदगी को भी रोशन कर सकते हैं, जो किसी कारणवश देख नहीं सकते।

दिवाली के दौरान पटाखों के धुएं से प्रदूषण से बचें, क्योंकि वायु में विषैले पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है जिससे टॉक्सिन की वजह से आंखों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। बाहर से घर वापस आएं तो आंखों को साफ और ठंडे पानी से धो लें, अगर आंखों में पटाखों या किसी अन्य तरह से जख्म हो जाए तो उसे खुद साफ या ठीक करने की बजाए तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। सभी हॉस्पिटलों की ओर से लोगों को नेत्रदान के लिए जागरुक भी किया जाता रहा है।

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