दिल्ली रेड फोर्ट ब्लास्ट: एनआईए ने जांच के लिए गठित किया 10 सदस्यीय विशेष दल, एसपी स्तर से ऊपर के अधिकारी संभालेंगे कमान

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली के रेड फोर्ट के पास कार धमाके की घटना की गहन जांच के लिए एक विशेष 10 सदस्यीय दल का गठन कर लिया है। इस टीम का नेतृत्व सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) स्तर से ऊपर के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे, जो मामले की हर परत को खोलने में जुटेंगे।

गौरतलब है कि सोमवार शाम को रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास हुंडई i20 कार में हुए इस विस्फोट ने पूरे देश को हिला दिया था। इस हादसे में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। धमाके के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस ने यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम) की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की, जबकि खुफिया सूत्रों ने इसे सुनियोजित आतंकी हमला करार दिया।

मंगलवार को गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी, जिसके बाद एजेंसी ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। विशेष दल दिल्ली पुलिस, जम्मू-कश्मीर पुलिस और हरियाणा पुलिस से संबंधित सभी केस डायरी और सबूतों का अधिग्रहण करेगा। जांच में अमोनियम नाइट्रेट से लदी कार के उपयोग की आशंका जताई जा रही है, जो विस्फोट के बाद आसपास के कई वाहनों में आग लगाने का कारण बनी।

एनएसजी, फॉरेंसिक टीम और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर एनआईए रेड फोर्ट क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डंप डेटा और संदिग्धों की तलाश में जुटी है। गृह मंत्री अमित शाह ने खुद इसकी समीक्षा की और निर्देश दिए कि हर दोषी को सख्त सजा दी जाएगी। पूरे देश में हाई अलर्ट जारी है, एयरपोर्ट्स, रेलवे स्टेशनों और स्मारकों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रेड फोर्ट तीन दिनों के लिए बंद रहेगा।

इस घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान दौरे के दौरान अमित शाह से फोन पर चर्चा की, जबकि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अफवाहों पर अंकुश लगाने की अपील की। जांच आगे बढ़ने के साथ ही जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों से संभावित लिंक की पड़ताल तेज हो गई है।

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