Delhi Metro Service News मेट्रो स्टेशनों पर पान मसाला या गुटखा खाकर थूकने पर लग सकता है अधिक जुर्माना

कोरोना के कारण करीब पांच माह के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दिल्ली मेट्रो का पहिया अनलॉक हो गया। सात सितंबर को मेट्रो पटरी पर उतरेंगी। यात्रियों को शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना होगा। इसलिए मेट्रो में एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था की गई है। मेट्रो स्टेशन पर पहुंचने पर पहले यात्रियों को हाथ सैनिटाइज कराया जाएगा। इसके बाद सुरक्षा जांच के दौरान बैग व अन्य सामान भी सैनिटाइज किए जाएंगे। इसके बाद ही यात्रियों को मेट्रो में प्रवेश दिया जाएगा।  इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने पर फाइन भी करना होगा, इसके लिए प्रावधान किया जाएगा। मेट्रो स्टेशनों पर सिर्फ 40 फीसद गेट ही खुले रहेंगे, जिससे स्टेशनों पर भीड़ न होने पाए। सभी गेट पर सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। मेट्रो के नेटवर्क में 330 ट्रेनें हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा परिचालन एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर) जारी करने के बाद परिचालन से संबंधित विस्तृत दिशा निर्देश बताया जाएगा।मास्क पहनना जरूरी दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अनुसार कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।

  • यात्रियों को दो मीटर की दूरी बनाकर रखनी होगी। इसके अलावा मास्क पहनना जरूरी है।
  • मास्क के बगैर स्टेशनों पर पहुंचने पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • एक कोच में 50 यात्री कर सकेंगे सफर मेट्रो के एक कोच में अधिकतम 300 यात्रियों के सफर करने की क्षमता है, लेकिन अभी सिर्फ 50 यात्री ही सफर कर सकेंगे।
  • 24 यात्री सीट पर बैठ सकेंगे व करीब 26 यात्री एक दूसरे से दूरी बनाकर कोच में खड़े रह सकेंगे। इस तरह छह कोच की मेट्रो में अधिकतम 300 व आठ कोच की मेट्रो में अधिकतम 400 यात्री सफर कर पाएंगे, जबकि कोरोना से पहले दो हजार तक यात्री सफर करते थे।

स्टेशनों पर सिर्फ एक से दो गेट रखेंगे खुले

दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क में 242 मेट्रो स्टेशन हैं। इन स्टेशनों पर कुल 671 गेट हैं। इनमें से 257 गेट खुले रहेंगे। इस तरह प्रत्येक स्टेशन पर एक से दो गेट ही खुले रहेंगे। मेट्रो में शारीरिक दूरी के नियम के पालन के निरीक्षण के लिए 500 अधिकारी तैनात रहेंगे। सिर्फ स्मार्ट कार्ड से किराया भुगतान की सुविधा मेट्रो में सफर के दौरान सिर्फ स्मार्ट कार्ड से ही किराया भुगतान की सुविधा होगी। स्टेशनों पर टोकन नहीं मिलेगा। सुबह साढ़े सात बजे से शुरू होगा परिचालन मेट्रो का परिचालन सुबह साढ़े सात बजे शुरू होगा, जबकि कोरोना से पहले सुबह छह बजे परिचालन शुरू हो जाता था। रात में भी करीब 9 से 9:30 बजे तक ही मेट्रो उपलब्ध हो सकती है। पहले रात 11.30 बजे तक मेट्रो की सेवा उपलब्ध रहती थी।

मेट्रो की फ्रिक्वेंसी भी होगी कम

कोरोना से पहले मेट्रो प्रतिदिन ढाई हजार फेरे लगाती थी, लेकिन अभी फ्रिक्वेंसी भी कम हो सकती है। खास तौर पर दोपहर में कम संख्या में मेट्रो चलेंगी। सुबह व शाम को व्यस्त समय में फ्रिक्वेंसी सामान्य रहने की उम्मीद है। वहीं स्टेशनों पर ट्रेनें 10 से 20 सेकेंड की जगह 20 से 40 सेकेंड तक रुकेंगी।

थूकने पर अधिक हो सकता है जुर्माना

मेट्रो स्टेशनों पर पान मसाला या गुटखा खाकर थूकने पर अधिक जुर्माना लग सकता है। वैसे मेट्रो में थूकने पर पहले से ही 250 रुपये जुर्माने का प्रावधान है। इसे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।

  • थर्मल स्कैनिंग सभी स्टेशनों पर एयरपोर्ट की तर्ज पर थर्मल स्कैनिंग की जाएगी।
  • सुरक्षा कर्मी पहले की तरह हाथ लगाकर सुरक्षा जांच नहीं करेंगे। इसलिए सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों को पर्स व चाबी हाथ में रखने होंगे। कई स्टेशनों पर मेटल डिटेक्टर गेट के साथ ही थर्मल स्कैनिंग मशीनें भी लगी होंगी, जिससे यात्रियों में बुखार की जांच हो सकेगी।
  • स्क्रीनिंग में यदि किसी में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो कर्मचारी पीपीई किट पहनकर तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाएंगे।

प्लेटफार्म पर बनीं लाइनें

मेट्रो स्टेशनों पर कस्टमर केयर काउंटर, टीवीएम (टिकट वेंडिंग मशीन) व प्लेटफार्म पर एक से दो मीटर की दूरी पर लाल लाइनें बनाई गई हैं। इससे लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर खड़े हो सकेंगे। प्रतिदिन ट्रायल 22 मार्च से दिल्ली मेट्रो का परिचालन बंद है। इसके बावजूद प्रतिदिन सभी कॉरिडोर पर सुबह व शाम दो फेरे मेट्रो ट्रेनें लगाती हैं। फिर भी परिचालन शुरू होने से पहले सभी कॉरिडोर के अधिकारी तकनीकी जांच करेंगे। परिचालन के दौरान स्टेशनों व मेट्रो में कोरोना से बचाव के नियमों के पालन के लिए उद्घोषणा भी की जाएगी।

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