‘सिटी ऑफ जॉय’ भारत की पुरानी राजधानी, यहां नहीं गए तो कहीं नहीं गए
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता किसी जमाने में हमारे देश की राजधानी हुआ करती थीं। कोलकता अपने इतिहास, कला और संस्कृति की वजह से विश्व में विशेष स्थान रखता है। पर्यटकों के बीच फेमज होने की वजह से इस खूबसूरत शहर को ‘सिटी ऑफ़ जॉय’ के नाम से भी जाना जाता है।
इस शहर में ही सबसे पहले औद्योगिक क्रांति की शूरूआत हुई, यह शहर ही 19 वीं और 20 वीं शताब्दी में हुए औद्योगिक क्रांति का केंद्र बना। संस्कृति, काव्य, साहित्य और कला का केंद्र होने की वजह से ही पर्यटको के बीच काफी फेमस है। आइये जानते हैं कला और साहित्य के अलावा और क्या है खास यहां।
भारत की पूर्व राजधानी
शायद आप लोगों को यह बात पता नहीं होगी पर करीबन एक सदी तक अपने देश की राजधानी कोलकाता ही थीं। उस वक्त हमारे देश में ब्रिटिशओं का शासन था। कोलकाता ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के मुख्यालय का घर था और बाद में ब्रिटिश राज के दौरान उपमहाद्वीप में ब्रिटिश क्षेत्रों की राजधानी बन गया।
कोलकाता में चाइनाटाउन
चीन की तरह ही कोलकाता में भी अपना अलग चाइनाटाउन है जो चीनी आबादी और संस्कृति के सुरक्षित रखरखाव के रूप में कार्य करता है। कोलकता का चाइनाटाउन खाने के लजीज पकवान और सांस्कृति होने की वजह से पर्यटकों के बीच काफी जाना जाता है। यहां जो कोई भी घूमने जाता है वो बिना कोलकाता के चाइनाटाउन जाएं बिना नहीं रह पाता है।
दुर्गा पूजा
नौ दुर्गा की पूजा के समय एक बार यहां शामिल जरूर हो। यहां पर दुर्गा पूजा की जो धूम देखने को मिलती है वो शायद ही और कहीं देखने को मिले। यहां के लोगों की दुर्गा पूजा में एक अलग ही आस्था है। दुर्गा पूजा के नौ दिनों तक यहां के लोग पूरे नौ दिन व्रत रखते है, नाचते गाते है,रंगों के रंग में डूब जाते हैं और तरह-तरह के व्यंजनों को अपनी पूजा में शामिल करते हैं।
मछली करी
यहां पर मांसाहारी खाने के शौकीनों की कोई कमी नहीं है। कोलकाता के लोग अपने आहार में मछली करी जरूर शामिल करते हैं। मांसाहार खाने वालों के लिए कोलकाता स्वर्ग से कम नहीं है। माछर झोल खाने के बाद आपको इस खूबसूरत शहर से प्यार हो जाएगा।
खूबसूरत वास्तुकला
पर्यटक यहां खूबसूरत औपनिवेशिक युग विक्टोरिया मेमोरियल, अस्त व्यस्त हावड़ा ब्रिज आदि देख सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न ऐतिहासिक चर्च, सभास्थल, मंदिर, और औपनिवेशिक भवन आदि कोलकाता की भव्य संरचनाएं हैं, जो कोलकाता के पुराने आकर्षणों में से एक हैं।
भोजन
कोलकाता में एक समृद्ध पाक परंपरा है, जिसे हर खाने के शौक़ीन को अनुभव करना चाहिए। कोलकाता में आप पानी पूरी, आलू चाट, मुंह में पानी ला देने वाली बंगाली मिठाई, ऐतिहासिक इंडो-चीनी रेस्तरां आदि देख सकते हैं। यहां की बंगाली मिठाई खाके मुंह में पानी आ जाता है।
फुटबॉल राजधानी
कोलकाता को भारत की फुटबॉल राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। 1898 में स्थापित कलकत्ता फुटबॉल लीग, एशिया में सबसे पुराना एसोसिएशन फुटबॉल लीग ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे पुरानी फुटबॉल प्रतियोगिताओं में से एक है।
खूबसूरत वास्तुकला
पर्यटक यहां खूबसूरत औपनिवेशिक युग विक्टोरिया मेमोरियल, अस्त व्यस्त हावड़ा ब्रिज आदि देख सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न ऐतिहासिक चर्च, सभास्थल, मंदिर, और औपनिवेशिक भवन आदि कोलकाता की भव्य संरचनाएं हैं, जो कोलकाता के पुराने आकर्षणों में से एक हैं।
ऐतिहासिक रेल नेटवर्क
कोलकाता भारत के सबसे ऐतिहासिक रेलवे नेटवर्कों में से एक है। 1854 में निर्मित हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन, भारत का सबसे पुराना है। 23 ऑपरेटिंग प्लेटफॉर्म के साथ, देश में रेलवे स्टेशनों के बीच इसकी सबसे ज्यादा ट्रेन-हैंडलिंग क्षमता है।
भारत की सांस्कृतिक राजधानी
कोलकाता में कई महान साहित्यकारों का घर है, जिनमे रवींद्रनाथ टैगोर, सत्यजीत रे और कई अन्य साहित्यकार शामिल है। अगर आपको साहित्य से प्यार है, तो आपको यहां के शांतिनिकेतन अवश्य जाना चाहिए।