आईआईटी रूड़की के सामने हारा चिकनगुनिया का वायरस
रिपोर्ट- विनीत त्यागी
रुड़की। आईआईटी रुड़की के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के वैज्ञानिकों की टीम ने इमली के बीज में उपलब्ध लेक्टिन प्रोटीन से चिकनगुनिया वायरस को मारने में सफलता प्राप्त की है और अब टीम का लक्ष्य चिकिनगुनिया से बचाव के लिए दवा तैयार करना है।
आपको बता दें कि चिकिनगुनिया भी डेंगू की तरह हर साल फैल रहा हैं जिससे कई लोगों की मौत भी हो चुकी है लेकिन चिकिनगुनिया से बचाव के लिए कोई भीदवाई बाजार में उपलब्ध नही है।
वहीं आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर प्रविंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल टीम इस पर अभी काम कर रही है क्योंकि इस प्रोटीन को व्यक्ति की शरीर मे पहुँचना है हालांकि यह कैप्सूल औऱ इंजेक्शन के माध्यम से पहुँचाया जा सकता है।
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उन्होंने बताया कि यदि इस काम मे सफल होते है तो आम जनता को इसका काफी फायदा मिलेगा साथ ही यह दवा बाज़ार मे सस्ते दाम उपलब्ध हो पाएगी।