CCD की CEO मालविका हेगड़े, पति की मौत का सदमा और 7000 करोड़ का कर्ज, मजबूत इरादों ने एक बार फिर पहुंचाया शिखर तक

Cafe Coffee Day (CCD) जिसकी शुरूआत वर्ष 1996 में कर्नाटक के रहने वाले वीजी सिद्धार्थ ने की थी। कॉफी शॉप की यह चेन अच्‍छी चल पड़ी। हालांकि, इस बीच कंपनी में कई उतार-चढ़ावों आए और कंपनी कर्ज में डूबती चली गई। ये कंपनी 7 हजार करोड़ के कर्ज में डूबी गई। यहीं कारण था कि कंपनी के फाउंडर और सीईओ वीजी सिद्धार्थ खुदकुशी कर ली थी। सिद्धार्थ ने अपने आखिरी नोट में लिखा था, मैं कहना चाहता हूं कि मैंने अपनी ओर से हरसंभव प्रयास किया है। मैं उन लोगों से माफी मांगता हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया था और मैंने उन्हें निराश किया। मैं लंबे वक्त लड़ाई लड़ी, लेकिन आज मैं हार मानता हूं।’

वीजी सिद्धार्थ खुदकुशी के बाद सभी के मन में सवाल था कि अब ये कंपनी किसके हाथ में जाएगी। वहीं इन सब सवालों पर तब ताला लगा जब खबर आई की CCD को अब उनकी पत्नी पत्नी मालविका हेगड़े संभालेंगी। मालविका ने अपनी मेहनत और लगन से CCD को फिर से रेस में ला खड़ा किया और आखिरकार कंपनी के अच्छे दिन आ गए…. बता दें कि भारत के कॉफी रिटेल मार्केट में एक बार फिर से सीसीडी उभर कर सामने आया है।

जब वीजी सिद्धार्थ इसकी शुरुआत कर रहे थे, तब काफी लोगों ने उनसे कहा कि कॉफी बनाकर पिलाने का यह बिजनेस नहीं चलेगा। लेकिन सीसीडी की शुरुआत हुई और 2 दशक में कंपनी ने देश के सबसे बड़े कॉफी सर्विंग ब्रांड के रूप में खुद को स्थापित कर लिया। फिर कंपनी का अवसान शुरू हुआ और यह कर्ज में डूबती चली गई। 2019 में वीजी सिद्धार्थ की खुदकुशी की खबर सामने आई। पति की मौत के बाद बहुत बुरी परिस्थितियों में मा​लविका हेगड़े ने कंपनी की बागडोर अपने हाथ में ली और उनकी मेहनत देखिए कि 2 साल के अंदर कंपनी फिर से अपने पैरों पर खड़ी हो गई।

पति सिद्धार्थ की मौत के बाद मालविका टूट गई थीं। हंसती-खेलती दुनिया उजड़ गई थी। पति की मौत का सदमा, करोड़ों के कर्ज में डूबी कंपनी… खुद को और बिजनेस को संभालना कितना मुश्किल रहा होगा! पिछले कुछ दशकों ने उद्योग जगत ने यह भी दौर देखा कि जब करोड़ों का कर्ज लेकर विजय माल्या से लेकर नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे उद्योगपति विदेश भाग गए। लेकिन सीसीडी को तो अपनी इबारत एक बार फिर से लिखनी थी। इसके पीछे खड़ी थीं, नारी शक्ति।

31 मार्च 2019 तक के आंकड़ों के अनुसार, कैफे कॉफी डे पर करीब 7000 करोड़ रुपये का कर्ज था। मालविका ने हिम्मत नहीं हारी। सीसीडी को सफल बिजनेस मॉडल बनाने के पति के सपने को उन्होंने पूरा करने के लिए दृढ़ निश्चय किया और काम करने लगीं। दिसंबर 2020 में मालविका हेगड़े कैफे कॉफी डे इंटरप्राइजेज लिमिटेड की सीईओ बनीं और विपरीत परिस्थितियों से जूझते हुए बहुत ही कम समय में उन्होंने सफलता की अद्भुत मिसाल कायम की।

बता दें कि मालविका हेगड़े कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा की बेटी हैं। उनका जन्म 1969 में बेंगलुरु शहर में हुआ था। मालविका के परिवार में उनके दो बेटे ईशान और अमर्त्य हैं। उन्होंने वर्ष 1991 में वीजी सिद्धार्थ के साथ शादी की थी।

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