
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के चौथे राउंड तक सत्ताधारी एनडीए ने 190 से अधिक सीटों पर मजबूत बढ़त बना ली है, जबकि महागठबंधन 50 सीटों पर सिमट गया है। इस बीच, महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार और आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव अपनी पारंपरिक गढ़ राघोपुर सीट पर भाजपा के सतीश कुमार यादव से 3,016 वोटों से पिछड़ गए हैं। चौथे राउंड में सतीश कुमार के पास 17,599 वोट हैं, जबकि तेजस्वी के पास 14,583। शुरुआती दो राउंड में तेजस्वी आगे थे, लेकिन तीसरे राउंड से भाजपा ने पलटवार किया, जहां अंतर 1,273 वोटों का था। यह सीट वैशाली जिले में है, जहां यादव वोटरों का दबदबा है, और तेजस्वी ने 2015 तथा 2020 में यहां से जीत हासिल की थी।
इसी तरह, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) प्रमुख तेज प्रताप यादव महुआ सीट पर चौथे स्थान पर हैं, जहां वे एनडीए की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के संजय कुमार सिंह से 10,700 से अधिक वोटों से पीछे हैं। पहले राउंड में वे तीसरे स्थान पर थे, लेकिन अब संजय के पास 10,301 वोट हैं, आरजेडी के मुकेश कुमार रौशन के पास 6,781, और तेज प्रताप तीसरे से फिसलकर चौथे पर आ गए हैं। महुआ भी वैशाली जिले की ही सीट है, जहां तेज प्रताप ने 2015 में आरजेडी टिकट पर जीत हासिल की थी, लेकिन परिवार से अलगाव के बाद इस बार जेजेडी से लड़े। शुरुआती ट्रेंड्स में वे आगे दिखे, लेकिन बाद के राउंड्स में पिछड़ गए।
ये नतीजे महागठबंधन के लिए बड़ा झटका हैं, खासकर तब जब तेजस्वी ने गठबंधन को 150+ सीटें जीतने का दावा किया था। एनडीए में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन रही है (80+ सीटें), जबकि जेडीयू को 70+ मिल रही हैं। जेजेडी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली, और तेज प्रताप ने दावा किया था कि उनकी पार्टी 10-15 सीटें जीतेगी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे ‘जंगल राज’ के खिलाफ जनादेश बताया है। मतगणना जारी है, और अंतिम नतीजे शाम तक स्पष्ट हो जाएंगे।





