आंदोनलकारी को सोते समय मारा गया चाकू, घटना के पीछे बड़ी साजिश की आशंका
रिपोर्ट- अनूप
कुशीनगर। मैत्रेय परियोजना के विरोध में पिछले 18 वर्षों से धरने पर बैठे भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष गोवर्धन गौण की सोते समय चाकू मारकर हत्या करने की कोशिश की गई। गंभीर रूप से घायल गोवर्धन गौण पिछले 18 वर्षो से लगातार धरना स्थल पर रहकर अपने धरने के जरिए मैत्रेय परियोजना का विरोध करते आ रहे है। घटना की जानकारी मिलते ही आंदोलनकारी साथी घटना स्थल पर पहुंच गए और घटना पर आक्रोश जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और गोवर्धन गौण को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी हालत को नाजुक देखते हुए डाक्टरों ने उन्हें गोरखपुर स्थित मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।
देश में आंदोलनों का इतिहास काफी पुराना है गांधीवादी तरीके से किये गए आंदोलनों के बदौलत बिना किसी खून खराबे के बड़े से बड़े ज्वलंत मुद्दों को सुलझा लिया गया है।कुशीनगर में प्रस्तावित मैत्रेय परियोजना के विरोध में ऐसा ही एक आंदोलन भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले पिछले 18 वर्षो से कुशीनगर से सटे सिसवा महंथ गांव में चल रहा था। मैत्रेय योजना के तहत भगवान बुद्ध की 500 फिट ऊंची प्रतिमा के साथ विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय एंव चिकित्सालय की स्थापना होनी थी जिसके लिए किसानों की 800 एकड़ उपजाऊ जमींन का अधिग्रहण होना था प्रोजेक्ट के लिए शासन ने धारा 4 का प्रकाशन कर जमीन अधिग्रण की तैयारी शुरू कर दी। जमीन अधिग्रहण के विरोध में किसानो ने आंदोलन शुरू कर दिया किसानो के विरोध को देखते हुए परियोजना में बदलाव करते हुए 500 फीट ऊंची प्रतिमा के जगह 200 फिट की प्रतिमा लगाने का निर्णय हुआ और इसके लिए सिर्फ 273 एकड़ जमींन का अधिग्रहण किया गया। शासन द्वारा शेष बची हुई जमींन पर से डी नोटिफिकेशन की कार्यवाही नहीं किये जाने से किसानो में यह भय बना रहा की सरकार कभी भी उनकी जमींन को अधिग्रहित कर सकती है जिसके चलते आज तक किसानो का यह आंदोलन चल रहा है।
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पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मैत्रेय परियोजना की शुरुआत प्रदेश में बीजेपी सरकार के दौरान राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए हुई थी लेकिन उनके शासन काल में योजना परवान नहीं चढ़ पायी। इसके बाद प्रदेश में चुनाव होता रहा और सरकारें आती जाती रही लेकिन पिछली सपा सरकार में मैत्रेय योजना को उस वक्त पंख लग गया जब एक भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसका शिलान्यास किया। किन्तु शिलान्यास के बाद इस योजना के तहत एक ईट भी नहीं रखी गयी। प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद योजना में तेजी देखने को मिल रही है कुछ काम भी होने लगा है लेकिन आज हुई चाकूबाजी की घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है और लोगो को यह लग रहा है यह घटना उनके आंदोलन को दबाने की नीयत से हुई है।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी कसया ने शीघ्र ही मामले का पर्दाफाश करने का दावा करते हुए कहा की परिजनों द्वारा दी गयी। तहरीर के आधार पर कार्यवाही शुरू कर दिया गया है साथ ही तहरीर में नामजद एक आरोपी के गिरफ्तार करने की बात कही है।