अस्थि-विसर्जन के कार्यक्रम में मैनेजमेंट को लेकर सरकार के मंत्री से नाराज पार्टी आलाकमान

रिपोर्ट- पुलकित शुक्ला

हरिद्वार। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां विसर्जित के कार्यक्रम के बाद बहुत सारे ऐसे समीकरण बने जो शायद पहले कभी नहीं बने। बरसात के वक्त दीवार तोड़ने का मामला तूल पकड़ने के बाद से ही स्थानीय विधायक और सरकार के मंत्री मदन कौशिक की एंट्री सतपाल महाराज के आश्रम प्रेम नगर में पूरी तरह से बंद थी लेकिन आज एकाएक मदन कौशिक प्रेम नगर आश्रम में बुलाये गए।

सतपाल महाराज

दरअसल पार्टी के बड़े नेता इस बात से नाराज हैं कि एक दम रात को कार्यक्रम में क्यों तब्दीली की गई। जब पहले कार्यक्रम सतपाल महाराज के आश्रम प्रेम नगर में होना था तो उसे शांतिकुंज और फिर भल्ला कॉलेज क्यों शिफ्ट किया गया। बताया जा रहा है कि इस बात से पार्टी के तमाम बड़े नेता नाराज हैं और शायद यही कारण है कि ना तो उन्होंने शांतिकुंज में इस कलश यात्रा को रखा और ना ही सरकार के मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम से इस यात्रा को शुरू किया गया लेकिन आज जिस तरह से यात्रा में अव्यवस्थाएं देखी गई उसके बाद पार्टी के बड़े नेताओं ने कार्यक्रम समाप्ति के बाद अचानक एक बैठक रखी।

बैठक मैं तमाम उन मुद्दों पर चर्चा की गई जो व्यवस्थाएं कलश यात्रा में देखी गई लिहाजा पहली बार मंत्री मदन कौशिक को बैठक में तुरंत प्रेम नगर आश्रम में बुलाया गया। बताया जा रहा है कि स्थानीय विधायक मदन कौशिक से आलाकमान बेहद नाराज है हालांकि जब मंत्री मदन कौशिक से हमने पूछा कि आखिरकार अचानक से आश्रम में आप कैसे आए उस पर वह आग बबूला हो गए और उन्होंने जवाब दिया कि क्या अब तुम से टिकट लेकर आश्रम में आऊंगा।

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वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने साफ कहा है कि पार्टी के सभी नेताओं ने आश्रम में बैठक के बाद कार्यक्रम की समाप्ति को लेकर बैठक की लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि उन्होंने मदन कौशिक को आश्रम में नहीं बुलाया है।

बैठक में श्याम जाजू शिवप्रकाश संजय कुमार जैसे पार्टी के बड़े नेता तो शामिल थे ही साथ ही साथ कई विधायक भी मौजूद थे।

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