
कोरोना वायरस के चलते करीब 4 हजार रेवेन्यू रिकार्ड्स सामने आ चुके हैं। लेकिन अब जिसकी आने की आशंकी जतायी जा रही है वह इन सभी से कहीं ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। ब्रिटेन में इसका एक नया वेरिएंट सामने आया है जिसको लेकर वैज्ञानिक हैरान हो गये हैं।

ब्रिटेन की जेनेटिक सर्विलांस प्रोग्राम की की प्रमुख शेरॉन पीकॉक ने बताया कि ये पहले के मिले वेरिएंट से कहीं अधिक खतरनाक है और ब्रिटेन में पहली बार सामने आने वाले इस वेरिएंट की चपेट में पूरी दुनिया आ सकती है। उन्होंने बताया कि इससे चलने वाली लड़ाई करीब एक दशक तक लंबी चल सकती है। वैज्ञानिक पीकॉक के मुताबिक इस नए वेरिएंट का नाम केंट है।
शिरॉन की इस जानकारी से पूरी दुनिया परेशानी बढ़ गयी है। बता दें कि इससे पहले भी ब्रिटेन में ही इसके नए वेरिएंट का पता चला था जो बाद में दुनिया के दूसरे देशों में भी पाया गया था। रॉयटर्स के मुताबिक ब्रिटेन का नया वेरिएंट तेजी के साथ फैल रहा है।
अभी तक करीब 50 से ज्य़ादा देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन के कंसोर्टियम की डायरेक्टर के मुताबिक इसकी चपेट में ब्रिटेन पूरी तरह से आ चुका है। उन्होंने बताया कि ये कोरोना वैक्सीन को विकसित करने में लगे वैज्ञानिकों की मेहनत पर भी पानीफेर सकता है क्योंकि ये वैक्सीन के मरीजों पर असर को बेअसर कर सकता है।
उनका कहना है कि ब्रिटेन में लगाई जा रही कोरोना वैक्सीन कोरोना के वेरिएंट के ऊपर असरदार साबित हो रही है, लेकिन जिस तरह से इसमें बदलाव हो रहा है ये कहना मुश्किल है कि ये आगे भी असरदार बनी रहेगी। पीकॉक ने कहा कि ब्रिटेन वेरिएंट के संक्रमण की रफ्तार भी पहले के मुकाबले तेज है। इतना ही नहीं समय के साथ इसका रूप फिर बदल सकता है।
एक वर्ष से अधिक समय से कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया में अब तक इसके मरीजों की संख्या 108,293,836 तक पहुंच गई है, जबकि 2,378,759 मरीजों की मौत भी हो चुकी है और 80,476,328 मरीज ठीक भी हुए हैं। बीते कई माह से विश्व में अमेरिका इसके मरीजों और मौतों के मामले में सबसे ऊपर है। वहीं ब्रिटेन की बात करें तो वो विश्व में पांचवे नंबर पर है। यहां पर अब तक इसके 3,998,655 मामले सामने आ चुके है जबकि 115,529 मरीजों की मौत भी हो चुकी है।




