
निर्भया के दोषियों की फांसी की सजा के पीड़िता का परिवार लगातार गुहार लगा रहा है, लेकिन कानूनी अड़चनें हैं कि ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहीं. आज दोषियों के लिए नए डेथ वारंट पर फिर से सुनवाई करेगा. पटियाला हाउस कोर्ट में डेथ वारंट की याचिका पर सुनवाई होगी. निर्भया के एक दोषी पवन को अदालत की ओर से मुहैया करवाए गए नए वकील पहली बार उसका पक्ष रखेंगे.
वहीं, तिहाड़ प्रशासन और निर्भया के माता-पिता चारों दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाने के लिए नया डेथ वारंट जारी करने की मांग करेंगे. वहीं, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेन्द्र राणा इस मामले में सुनवाई करेंगे.
दोषी पवन का केस लड़ेंगे वकील रवि काजी-
गौरतलब है कि पिछली सुनवाई में कोर्ट ने दोषी पवन के केस को लड़ने के लिए सरकारी वकील रवि काजी को नियुक्त किया था.इससे पहले पिछले वकील एपी सिंह अदालत में पवन की पैरवी कर रहे थे.
बता दें कि निचली अदालत ने 31 जनवरी को अगले आदेश तक के लिए चारों दोषियों मुकेश कुमार सिंह, पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और अक्षय कुमार को फांसी देने पर रोक लगा दी थी. ये चारों दोषी इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं.
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चारों दोषियों को होनी है एक साथ फांसी-
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा था कि चारों दोषियों को एक साथ फांसी दी जाएगी और अलग-अलग नहीं. शीर्ष न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति के समक्ष शर्मा की मेडिकल रिपोर्ट सहित सारी सामग्री पेश की गयी थी और उन्होंने दया याचिका खारिज करते समय सारे तथ्यों पर विचार किया था.
शीर्ष न्यायालय ने मेडिकल रिपोर्ट के मद्देनजर शर्मा की इस दलील को भी अस्वीकार कर दिया कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है और कहा कि इस रिपोर्ट के अनुसार उसकी सेहत ठीक है.