623 लोग हैं पाकिस्तान की इस जगह में HIV पॉजिटिव जिनमें 515 बच्चे शामिल हैं ! वजह जान हैरान हो जायेंगे…

आतंकवाद और आर्थिक मंदी झेल रहे पाकिस्तान में एक बहुत ही डरावना मामला सामने आया है. सिंध प्रांत के लरकाना और रातोदेरो में 600 से ज्यादा लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं.

HIV- ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियंसी वायरस- ये वो वायरस है जिसकी वजह से AIDS होता है. इन 623 लोगों में से 515 बच्चे हैं. एचआईवी जैसे घातक वायरस के इस तरह से फैलने का कारण और भी हैरान कर देने वाला है.

आरोप है कि अनक्वालिफाइड डॉक्टर्स ने कई लोगों को संक्रमित सीरिंज से इंजेक्शन लगाई. जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में एचआईवी फैला. आशंका जताई जा रही है कि ये आंकड़े अभी और बढ़ेंगे.

पाकिस्तान सरकार ने वैश्विक स्वास्थ्य संस्थाओं से सहायता मांगी है. WHO, UNICEF और UNAIDS ने अपने प्रतिनिधियों को पाकिस्तान भेजा है.

 

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कैंप लगाकर की जा रही जांच

पाकिस्तान के नेशनल एड्स कंट्रोल प्रोग्राम के मुताबिक 17 जून तक रातोदेरो में 28,315 लोगों की जनरल स्क्रीनिंग की जा चुकी है.

इनमें से 623 लोगों के एचआईवी पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है. सभी को एचआईवी ट्रीटमेंट सेंटर में रखा गया है. अधिकतर बच्चों की उम्र 2 से 5 साल के बीच की है.

WHO (वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन- विश्व स्वास्थ्य संगठन) के एक अधिकारी ने बताया कि 12 एक्सपर्ट की एक टीम कराची पहुंच चुकी है.

हेल्थ इमरजेंसी एंड रिस्क असेसमेंट के डायरेक्टर डॉ ऑलिवर मॉर्गन इनको लीड कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक इंजेक्शन देने वाले सीरिंज का दोबारा इस्तेमाल, ब्लड ट्रांसफ्यूजन के इक्विपमेंट की कमी लरकाना और रातोदेरो में एचआईवी के फैलने का मुख्य कारण है.

इधर राज्य की स्वास्थ्य एजेंसियों ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई शरू कर दी है. एजेंसियों को शक है कि ये कथित डॉक्टर पैसे बचाने के चक्कर में सीरिंज को दोबारा इस्तेमाल करते हैं. हालांकि पाकिस्तान सरकार के इस कदम से दूसरी एजेंसियां संतुष्ट नहीं हैं.

सिंध के जिन इलाकों में एचआईवी का प्रसार हुआ है, ये क्षेत्र कराची के अंतर्गत आते हैं. कराची दुनिया के उन शहरों में शामिल है जहां एचआईवी का प्रसार सबसे तेजी से हो रहा है.

एचआईवी संक्रमण के लक्षणों का पता चलने में काफी समय लगता है. इसके अलावा ट्रेंड डॉक्टरों की कमी, मौजूदा डॉक्टरों में जागरुकता की कमी, एचआईवी से जुड़ा सामाजिक टैबू आदि कुछ ऐसे कारण हैं जिससे ये बीमारी लगातार बढ़ती ही चली जा रही है.

चिंता इस बात को लेकर भी है कि आखिर एक खास इलाके में 2 से लेकर 5 साल के बच्चे इस बीमारी की जकड़ में कैसे आए. जबकि पाकिस्तान के दूसरे इलाकों में भी सीरिंज के दोबारा इस्तेमाल का चलन है. लेकिन उन इलाकों में इस बीमारी का प्रसार कम है.

 

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