2000 हज़ार नोट को लेकर मोदी सरकार सोच रही हैं कुछ बड़ा , जाने पूरी खबर…

नोटबंदी को हुए पूरे तीन साल हो चुके है . वहीं देखा जाये तो 2000 नोट को लेकर मोदी सरकार अब कुछ बड़ा सोच रही है. देखा जाए तो नोटबंदी का ऐलान मोदी सरकार के लिए काला धन को बंद करना था , साथ ही डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना था.

 

 

खबरों की माने तो गर्ग ने एक नोट में कहा हैं की वित्तीय प्रणाली में अब भी काफी मात्रा में नकदी है. 2,000 रुपये के नोटों की जमाखोरी इसका सबूत है. पूरी दुनिया में डिजिटल भुगतान का विस्तार हो रहा है. भारत में भी ऐसा ही हो रहा है.लेकिन विस्तार की रफ्तार धीमी है.

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वहीं वित्त मंत्रालय से स्थानांतरण के बाद गर्ग ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली थी. गर्ग ने कहा कि मूल्य के आधार पर चलन में मौजूद मुद्रा में 2,000 रुपये के नोट की एक तिहाई हिस्सेदारी है.

जहां उन्होंने दो हजार रुपये के नोट को बंद करने या चलन से वापस लेने की वकालत करते हुए कहा , ” वास्तव में 2,000 रुपये के नोटों का एक अच्छा – खासा हिस्सा चलन में नहीं है. इनकी जमाखोरी हो रही है. इसलिए मुद्रा के लेनदेन में 2,000 रुपये के नोट ज्यादा नहीं दिखते हैं.

गर्ग ने कहा , ” बिना किसी दिक्कत के इन नोटों को बंद किया जा सकता है. इसका एक आसान तरीका है कि इन नोटों को बैंक खातों में जमा कर दिया जाए. इसका उपयोग प्रक्रिया के प्रबंधन में किया जा सकता है.

दरअसल आर्थिक मामलों के पूर्व सचिव ने कहा, “भुगतान करने के बेहद सुविधाजनक डिजिटल मोड तेजी से नकदी की जगह ले रहे हैं. हालांकि भारत को इस दिशा में अभी लंबी दूरी तय करना है क्योंकि देश में 85 प्रतिशत से अधिक लेनदेन में अभी भी नकदी की मौजूदगी है.

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