14000 लोगों ने गवाई भूकंप से जान!, विनाशकारी प्रलय से सहमे लोग

मध्य पूर्व के तुर्किए और सीरिया में आए भूकंप में जान माल का भारी नुक्सान हुआ है समाचार एजेंसी एपी ने बताया कि सीरिया में अभी तक कुल 2365 लोगों की मौत हुई है. दोनों देशों में संयुक्त रूप से कुल 14,000 लोगों की मौत होने का अनुमान है।राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने देश में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। तुर्किए और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप को लेकर पीएमओ में बैठक के बाद पीएम मोदी के निर्देश पर एनडीआरएफ की 2 टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए तुर्किए रवाना हो चुकी है।

भारत के अलावा अमेरिका, इजरायल, स्पेन और पाकिस्तान ने भी मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।तुर्किए के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खराब मौसम के चलते बचाव कार्यों में परेशानी आ रही है. स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका के मुताबिक खराब मौसम के चलते बचाव टीमों की चुनौतियां बढ़ गई है।भूकंप से मची तबाही के बीच तुर्किए में फिर भूकंप का बड़ा झटका महसूस हुआ है. रिक्टर स्केल पर 5.9 तीव्रता मापी गई. तुर्किए में अभी तक कुल 145 से अधिक बार भूकंप के झटके लग चुके हैं.भूकंप के बाद तुर्की की सेनाओं ने एक सिपेरेट एयर कॉरिडोर बनाया है।

तुर्किए (तुर्की) के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने कहा कि हमने अपने विमानों को चिकित्सा दल, खोज और बचाव दल को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेजा है. हमारी कोशिश घायल लोगों को जल्द रेस्क्यू करने की है।इससे पहले तुर्किए में 2011 में भूकंप से तबाही हुई थी. पूर्वी तुर्की में भूकंप के तेज झटके आए थे, जिनकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.2 मापी गई थी।

इस दौरान आए भूकंप में कम से कम 138 लोगों की जान चली गई थी, जबकि साढ़े तीन सौ से अधिक लोग घायल हुए थे।तुर्की की मदद के लिए न्यूज़ीलैंड भी आगे आया है. न्यूजीलैंड ने रेड क्रीसेंट को 632,000 डॉलर और सीरियाई अरब रेड क्रिसेंट को 316,000 डॉलर की मदद देने की घोषणा की है, जिससे वहां पर खाना, टेंट और कंबल जैसे सामान की डिलीवरी के साथ-साथ चिकित्सा सहायता भेजी जा सके.

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