योगी के 100 दिन पूरे होने से पहले यूपी का हाल, जानिए एजेंडे पर कितना खरी उतरी सरकार
लखनऊ। योगी सरकार के पहले 100 दिनों के कामकाज को जनता ने उम्मीदों के मुताबिक कुछ हद तक सही करार दिया है। एक सर्वे में 54.5 फीसदी लोगों ने सरकार को बेहतर माना है। इनमें से 22.9 फीसदी लोगों ने योगी सरकार के सौ दिन के काम को उम्मीद से बेहतर और 31.6 फीसदी लोगों ने उम्मीद के मुताबिक बताया है।
वो काम जिनपर कार्रवाई का दिखा असर
कानून व्यवस्था दुरुस्त करने की पहल हुई तो वहीं महिला सुरक्षा और किसानों के लिए महत्वपूर्ण फैसले किए। लेकिन अभी तक सभी किसानों को कर्जमाफी का लाभ नहीं मिल सका है। यही नहीं इसपर किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त करना भी टेढी खीर है।
66.8 फीसदी लोगों ने कहा कि योगी सरकार ने महंगाई के मोर्चे पर लोगों को मायूस किया है। जबकि केंद्र में भी भाजपा की ही सरकार है।
भ्रष्टाचार के सवाल पर 69.2 फीसदी लोगों ने कहा कि योगी सरकार अपनी पूर्ववर्ती सरकार से कम भ्रष्ट है। सौ दिन में योगी सरकार इस एजेंडे पर आगे बढ़ी है। वहीं इसी सवाल के जवाब में 48.5 फीसदी लोगों ने कहा कि सौ दिनों में योगी का विकास का एजेंडा आगे नहीं बढ़ा है। जबकि 19.6 फीसदी लोगों ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और 9.6 फीसदी ने हिंदुत्व के एजेंडे को योगी सरकार की सौ दिन की उपलब्धि करार दिया।
सर्वे में एक महत्वपूर्ण सवाल ये भी था कि क्या योगी सरकार के 100 दिन के कार्यकाल में धार्मिक तनाव बढ़ा है? सर्वे में शामिल 48.2 फीसदी लोगों ने कहा कि तनाव बढ़ा है। जबकि 49 फीसदी लोगों ने इससे इनकार किया।
वो काम जिनसे जनता निराश
चुनाव से पहले भाजपा ने प्रदेश में युवाओं को बेहतर रोजगार देने की बात की थी। लेकिन उसपर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
मोदी सरकार में खुद को सुरक्षित महसूस करने के सवाल पर बताया कि वो सुरक्षित तो हैं लेकिन यह डर बना हुआ है कि उनका कभी भी नुकसान हो सकता है। जिसमें खासतौर पर वो बच्चों को लेकर चिंतित हैं।