सरकार का बड़ा फैसला, अब बच्चों को स्कूल नहीं ले जानी पड़ेंगी भारी किताबें

स्कूलों में लॉकरदेहरादून। सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन) ने छात्रों के बस्ते का बोझ कम करने के लिए स्कूलों को लॉकर बनाने का सरुकुलर जारी किया है। एक साल के भीतर सीबीएसई ने सभी स्कूलों में लॉकर बनाकर रिपोर्ट देने को कहा है। लॉकर न बनाने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों का बस्ता हल्का करने के लिए हर स्कूल में सुरक्षित लॉकर बनाने के निर्देश दिए हैं। सीबीएसई का मानना है कि भारी बस्ता उठाने से बच्चों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। घर से स्कूल और स्कूल से घर तक बस्ता लाने ले जाने में छात्रों को मुश्किलें उठानी पड़ती हैं। कई छात्र-छात्रएं तो ऐसे भी हैं, जिनके वजन से ज्यादा बस्ते का वजन है।

ऐसे में सीबीएसई ने सभी स्कूलों से कहा है कि लॉकर बनने से बच्चों को अपनी अनुपयोगी किताबें या शैक्षणिक सामग्री रखने में सुविधा मिलेगी। इस मामले में अभिभावकों की ओर से सीबीएसई को लिखित शिकायतें की गई थीं।

सीबीएसई सूत्रों का कहना है कि इस सत्र से यह योजना अभियान के रूप में शुरू की जा रही है। अगले सत्र तक सभी स्कूलों में लॉकर की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है। लॉकर न बनाने वाले स्कूलों की मान्यता समेत अन्य कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

स्कूलों में लॉकर की सुविधा बच्चों के हितों के लिए लागू की जा रही है। बोर्ड के आदेशों का स्कूलों को पालन करना होगा। रणवीर सिंह, आरओ, सीबीएसई देहरादून

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