सीएम योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों के बकाए का किया भुगतान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह 10 बजे एक आयोजित कार्यक्रम में बटन दबाकर किसानों के खाते में बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से भेजा। इस दौरान सीएम ने नौ जिलों, मेरठ, मुजफ्फरनगर, संभल, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, अंबेडकरनगर, गोरखपुर, कुशीनगर, गोंडा के NIC केंद्र में मौजूद प्रगतिशील किसानों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद भी किया।

गन्ना बकाए भुगतान के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्वीटर से जानकारी दी गयी कि प्रदेश में ऐतिहासिक रूप से गन्ना किसानों को इस सरकार द्वारा ₹1 लाख करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।

इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि –
शासन की कार्यपद्धति स्वयं की नहीं बल्कि जनता की संतुष्टि का कारण बननी चाहिए। विगत 3 वर्ष 3 माह में यह उ.प्र. के चीनी उद्योग के इतिहास का एक बहुत ही स्वर्णिम अवसर है जब इतनी बड़ी धनराशि का भुगतान DBT के माध्यम से किसानों के खाते में सरकार द्वारा हुआ हो। यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि अन्नदाता किसानों का आशीर्वाद राज्य और केंद्र सरकारों पर रहा है, इसलिए दोनों सरकारों ने मिलकर संकट काल में जूझते हुए भी गन्ना किसानों समेत सभी किसानों की समस्या का समाधान निकाला है।


कोरोना के दौरान मार्च प्रथम सप्ताह में अचानक सैनिटाइजर की कमी पड़ गई थी, सौ एमएल की शीशी जो ₹80 में बिकती थी वह ₹400-₹500 में मिलने लगी। तब गन्ना विभाग ने एक नई तरकीब निकाली कि गन्ना मिल तो चल ही रही है, हम प्रदेश में सैनिटाइजर का भी निर्माण करेंगे। हमने इतने सैनिटाइजर का उत्पादन किया कि प्रदेश के सभी विभागों में निःशुल्क सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए बल्कि देश में 28 राज्यों में सैनिटाइजर की सस्ते में आपूर्ति की गई। जब देश में लगभग 25 फीसदी चीनी मिलें कोरोना के पहले ही बंद हो गई थीं। वहीं कोरोना के कालखंड में बहुत कम चीनी मिलें चल पाईं। प्रदेश में हमारे गन्ना विभाग ने सभी 119 चीनी मिलों को चलाया।

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