Movie review: मैदान के बाद पर्दे पर भी छाया सचिन का जादू
फिल्म– सचिन: अ बिलियन ड्रीम्स
रेटिंग– 4
सर्टिफिकेट– U/A
अवधि– 2 घंटा 19 मिनट
स्टार कास्ट– सचिन तेंदुलकर, अंजली तेंदुलकर, सारा तेंदुलकर, अर्जुन तेंदुलकर, हर्षा भोगले, मिखाइल गांधी
डायरेक्टर– जेम्स अर्कस्किन
प्रोड्यूसर– रवि भागचंदका, कार्निवाल मोशन पिक्चर
म्यूजिक– ए.आर.रहमान
कहानी– फिल्म की कहानी को डॉक्यू-ड्रामा के रूप दिखाया गया है। फिल्म की शुरुआत वीडियो से होती है जिसमें सारा सचिन की गोद में नजर आती हैं और सचिन काफी घबराए हुए दिखते हैं। वहीं से कहानी सचिन के नटखट बचपन को शरारतों दर्शाती है। शरारतों के बीच टीवी पर साल 1983 के भरतीय क्रिकेट टीम को विश्व कप हाथ में उठाते देख छोटा सा सचिन सपना देखना शुरू करता है। बचपन से सचिन क्रिकेट के लिए खून पसीना बहाना शुरू कर देते हैं। सचिन के एक आम क्रिकेटर से क्रिकेट का भगवान बनने का सफर शुरू होता है।
एक्टिंग– डॉक्यू-ड्रामा के रूप में दिखाई गई फिल्म में वैसे तो एक्टिंग से परे है लेकिन फिल्म में सचिन के बचपन का किरदार निभाने वाले मिखाइल गांधी ने सचिन के किरदार के साथ पूरी तरह इंसफ किया है।
डायरेक्शन– डायरेक्शन बेहद उम्दा है। डॉक्यू-ड्रामा होने के बावजूद दर्शक काहानी से टूटते नहीं हैं। कहानी दर्शकों को पूरी तरह जोड़े रखने में कामयाब सिद्ध होती है।
म्यूजिक– फिल्म में ए.आर.रहमान द्वारा दिया गया गीत दर्शकों में जोश और जुनून पैदा करता है। रिलीज से पहले आए गाने दर्शकों के बीच काफी पसंद किए गए हैं। गानों को सुनकर दर्शकों के बीच सचिन से जुड़ी पुरानी यादें ताजा होती दिखाई देती हैं।
देखें या नहीं– क्रिकेट जुनूनी हैं और सचिन के फैन हैं साथ ही उनकी जिंदगी के अनछुए पहलुओं को जानना चाहते हैं तो सिनेमाघर जाकर इस फिल्म को जरूर देखें।