संसद में नोटबंदी पर मोदी सरकार ने मारा ‘यू टर्न’
नई दिल्ली| नोटबंदी को लेकर लोकसभा में शुक्रवार को भी जबरदस्त हंगामा हुआ| वैसे तो महीने भर से चल रहे इस हंगामे के टूटने के आसार बने थे लेकिन सरकार ने अचानक यू टर्न लेकर एक बार फिर माहौल गर्म कर दिया| संसद में नोटबंदी पर केंद्र का इस तरह कन्नी काट जाना विपक्ष को बेहद नागवार गुज़रा है|
दरअसल, शुक्रवार सुबह विपक्षी पार्टियों ने गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में रणनीति बनाई थी कि अगर प्रश्नकाल स्थगित कर स्पीकर बहस करने को राजी हो जाएं तो वह बहस करने के लिए तैयार हैं| विपक्षी नेताओं ने लोकसभा स्पीकर से इस सम्बन्ध में मुलाकात भी की थी|
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष सदन में जारी गतिरोध के लिए कांग्रेस से माफ़ी मांगने की मांग करने लगा| सत्ता पक्ष ने कांग्रेस की न सुनते हुए सांसद जितेंद्र रेड्डी की चर्चा को आगे बढाने की मांग भी की| जिसके बाद सदन का बार बार स्थगन हुआ| इस वजह से विपक्ष भी गुस्से में आ गया और सदन नहीं चल सका|
लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में एक बड़ी बात निकल कर सामने आई है| दरअसल, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नोटबंदी को लेकर अपना भाषण तैयार करके आए थे| सत्तापक्ष को अचानक इस बात की भनक लगी और मौके की नजाकत को भांपते हुए उन्होंने विपक्ष की मांग ठुकरा दी| कयोंकि मंगलवार तक छुट्टियों के कारण सत्ता पक्ष राहुल को जवाब नहीं दे पाता| यानी राहुल गांधी अपनी बात कह जाते लेकिन सरकार उनकी बातों का जवाब नहीं दे पाती|
इस वजह से राहुल गांधी सदन के बाहर आकर मीडिया से बोले और पीएम मोदी के फैसले पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि नोटबंदी एक बहुत बड़ा घोटाला है और उनके बोलने से भूचाल आ सकता है|