बेटे-बहू का शर्मनाक सच, दौलत के लिए मां-बाप को रखा भूखा, नहीं माने तो…

 

संपत्तिलखनऊ। संपत्ति की खातिर एक बार फिर बेटे-बहू का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। जिस बेटे के लिए मां-बाप ने हर मंदिर और दरगाह के दर पर मन्नत मांगी थी। बचपन में उंगली पकड़कर चलना सिखाया था। बड़े होने पर उसी बेटे ने अपने खून के रिश्ते को स्वार्थ की खूंटी पर टांग दिया। धोखे से संपत्ति अपने नाम कराने के बाद उसे बेच दिया। मां को पागल साबित करने के लिए दो महीने तक उसे मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में भर्ती रखा। घर लौटे मां-बाप को कई दिन तक खाना नहीं दिया, उनकी हालत देख पड़ोसियों ने वृद्ध आश्रम में भर्ती कराया।

संपत्ति की खातिर बेटे-बहू का तांडव

दयालबाग निवासी मुन्नालाल मिश्र और उनकी पत्नी नीलम मिश्र ने अपनी दर्दनाक कहानी आश्रम के लोगों को बतायी तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। बुजुर्ग दंपति ने बताया उनकी करोड़ों की संपत्ति है। इनमें कमला नगर एक मार्केट के अलावा तीन कोठी थीं। इकलौते बेटे ने कमला नगर मार्केट को धोखे से अपने नाम कराने के बाद उसे बेच दिया।

मां नीलम मिश्र के मुताबिक बेटे ने उनको मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में दो महीने तक रखा। जिससे कि उन्हें मानसिक रोगी साबित किया जा सके। दो महीने बाद वह पति के साथ घर लौटी तो बेटे-बहू ने उनकी सेवा करने की जगह जुल्म करना शुरु कर दिया। तनाव में आने के चलते उन्हें एसएन में भर्ती होना पड़ा।

अस्पताल से लौटे तो पड़ोसियों ने बताया कि बेटे ने उनकी बेटी को भी गलत साबित करके घर से निकाल दिया है। उसे बड़ी बहन अपने साथ लेकर चली गयी। आश्रम संचालक शिव प्रसाद शर्मा ने बताया बुजुर्ग दंपति को बेटे-बहू द्वारा दो दिन तक खाना न देने पर पड़ोस के लोग उन्हें तीन दिन पूर्व यहां छोड़ गए थे। मां-बाप अब बेटे के पास लौटना नहीं चाहते।

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