मतगणना के दौरान आज इस वजह से शेयर बाजार को लग सकती है ठंड
चुनाव परिणाम के साथ ही छलांग लगाने को तैयार बैठे शेयर बाजार में अगर भारी उतार-चढ़ाव आता है तो कारोबार बंद कर दिया जाएगा। बाजार विशेषज्ञों ने बुधवार के बताया कि बीएसई पर तीन अपर सर्किट लिमिट तय की गई है और बाजार के स्तर व समय को देखते हुए इसे लागू किया जाएगा।
20 फीसदी सर्किट लिमिट तय
बीएसई के अनुसार, अगर बाजार में कारोबार के दौरान किसी भी समय 20 फीसदी या उससे ज्यादा का उछाल आता है तो बाजार को पूरे दिन के लिए बंद किया जा सकता है। इसी तरह, अगर दोपहर 1 बजे से पहले बाजार में 15 फीसदी का उछाल आता है तो कारोबार को 1 घंटा 45 मिनट के लिए बंद कर दिया जाएगा।
यही तेजी अगर 1 बजे से 2.30 बजे के बीच आती है तो बाजार में 45 मिनट के लिए कारोबार ठप हो जाएगा, जबकि 2.30 बजे के बाद बाजार 15 फीसदी की उछाल पर आता है तो पूरे दिन के लिए कारोबार बंद कर दिया जाएगा।
बीएसई ने 10 फीसदी अपर सर्किट लिमिट के लिए भी तीन समयावधि तय की है। इसके अनुसार, 1 बजे से पहले इतना उछाल आने पर कारोबार 45 मिनट के लिए बंद होगा, जबकि 1 से 2.30 बजे के बीच यह तेजी आने पर 15 मिनट का ब्रेक होगा। वहीं, 2.30 बजे के बाद 10 फीसदी का उछाल आने पर कारोबार पर कोई असर नहीं होगा और यह जारी रहेगा।
क्या है सर्किट लिमिट
बाजार में अस्थिरता को रोकने के लिए एक्सचेंज सर्किट ब्रेकर तय करते हैं। यह बाजार के एक दिन में अधिकतम बढ़त या गिरावट की सीमा तय करता है, ताकि स्थिरता कायम रहे। अपर सर्किट में शेयरों की अधिकतम बढ़त की सीमा तय की जाती है, जबकि लोअर सर्किट में इसके अधिकतम गिरावट की सीमा रखी जाती है। इससे नीचे या ऊपर जाने पर कारोबार रोक दिया जाता है।