शिक्षा की गुणवत्ता में विकास की जरुरत

शिक्षा की गुणवत्तानई दिल्ली| केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा कि देश में छात्रों के लिए प्राथमिक रूप से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की जरूरत है। जावड़ेकर ने कहा, “सरकार विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मुहैया कराने की दिशा में काफी सक्रियता के साथ काम कर रही है, क्योंकि उसका स्पष्ट मानना है कि केवल उचित एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में ही सुदृढ़ चरित्र वाले अच्छे नागरिकों के विकास की क्षमता होती है।”

शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना ज़रूरी

शहादरा में केंद्रीय विद्यालय के नए भवन के शिलान्यास समारोह में जावड़ेकर ने प्राथमिकता के आधार पर देशभर में विद्यार्थियों को दी जाने वाली शिक्षा को बेहतर करने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की जरूरत पर विशेष बल दिया।

उन्होंने कहा, “देश भर में विद्यार्थियों को जी जाने वाली शिक्षा के गुणवत्ता को बढ़ाने और इसमें सुधाक की जरूरत है। इसे प्राथमिकता बनाकर करना चाहिए।”

जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षकों की कमी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय विद्यालय संगठन ने 6,000 से भी ज्यादा शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इसे जल्द ही अधिसूचित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि खेलकूद से जुड़ी गतिविधियां भी शिक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि खेलकूद के दौरान कड़ी मेहनत करने और पसीना बहाने के बाद विद्यार्थियों में खेलों के जरिए एकता की भावना पनपती है।

अब केंद्रीय विद्यालयों के निर्माण के लिए भूमि की आवश्यकता संबंधी नियमों में ढील देकर महानगरों के लिए इसे मौजूदा चार एकड़ से घटाकर 2.5 एकड़ और अन्य स्थानों के लिए इसे आठ एकड़ से घटाकर 5 एकड़ कर दिया गया है।

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