घर में इन वास्तु दोषों के कारण पति-पत्नी के बीच होता है झगड़ा

भारत में अभी से ही नही बल्कि हमेशा से शास्त्रों को बड़ा महत्व दिया जाता है साथ ही इन पर बहुत विश्वास भी किया जाता है। बताया जाता है की अगर शास्त्रों की माने तो हमेशा वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का निर्माण करना चाइये क्योंकि अगर आप इनका सही प्रकार वास्तु शास्त्र का पालन करना चाइये। भारतीय विज्ञान है जिसे आधुनिक समय के विज्ञान आर्किटेक्चर का पुराना स्वरुप माना जा सकता है।

घर में इन वास्तु दोषों के कारण पति-पत्नी के बीच होता है झगड़ा

लेकिन क्या आप जानते हैं वास्तु शास्त्र अगर आपके रिश्ते में मिठास ला सकता है तो वहीं वास्तु दोष अवैध संबंधों को भी जन्म दे सकता है। नकारात्मक ऊर्जा का असर तब होता है जब पति-पत्नी बिना मुद्दे के बात-बात पर झगड़ने लगते हैं।

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बताया जाता है की वास्तु दोष के ही कारण पति-पत्नी बाहर जाकर अवैध संबंधों को जन्म देने लगते हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम एवं उत्तर-पश्चिम दिशा में यदि दोष हों तो यह सीधा पति-पत्नी के जीवन पर असर करते हैं। वास्तु शास्त्र प्राचीन वास्तु शास्त्र लोगों के जीवन में पड़ने वाली सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा पर नियंत्रण रखता है।

घर में दीवारों का रंग, सीढ़ियों का गलत दिशा में होना भी एक तरह का वास्तु दोष है। बेडरूम नार्थ-वेस्ट में नहीं होना चाहिए। बेडरूम में लाल बेडशीट नहीं होनी चाहिए और बेड के ठीक सामने शीशा नहीं होना चाहिए। घर में माहौल को खुशनुमा बनाने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बेडरूम होता है।

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बताया जाता है की वास्तु शास्त्र के अनुसार बताया जाता है की बेडरूम में रोशनी की कमी नहीं होनी चाहिए, वास्तु के अनुसार बेडरूम ऐसा होना चाहिए जहां पर पर्याप्त प्रकाश आता हो।साथ ही बताया जाता है की इसके साथ ही बेडरूम की दीवारों का रंग हल्का होना चाहिए। घर का वास्तु ठीक रहता है तो सकारात्मक ऊर्जा घर में बनी रहती है और घर का माहौल खुशनुमा बन जाता है।

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