जानिए जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की खासियत

राजस्थान के चमचमाते शहर जयपुर जिसे पिंक सिटी भी कहा जाता है, इसे महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने स्थापित किया था। यहां के शानदार महल और विशाल किलों के जरिए यह शहर देशी हो या फिर विदेशी हजारों टूरिस्टों को अपनी तरफ आकर्षित करता है।

जानिए जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की खासियत

इस बार 24 जनवरी को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल शुरू होगा। हर बार की तरह इस बार भी दुनियाभर से लोग इस फेस्टिवल का हिस्सा होंगे।

पांच दिनों तक चलने वाले इस फेस्टिवल में मशहूर साहित्यकारों और वक्ताओं को सुनने के लिए ढेरों लोग इकट्ठा होते हैं।

अगर आप जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल जा रही हैं तो साथ ही जयपुर ट्रिप भी प्लान कर लीजिए।

जयपुर शाही राजपूत विरासत को टूरिस्ट्स के सामने प्रदर्शित करता है। यहां की एक और खास बात है कि यहां की मेहमाननवाजी और हस्तशिल्पों की हजारों दुकानें, इस जगह को टूरिस्टों के लिए और भी ज्यादा पसंदीदा जगह बनाती है।

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यहां आने वाले टूरिस्ट कई त्यौहारों को देख सकते हैं या उनमें भाग ले सकते हैं। जयपुर में होने वाले त्यौहारों में पारंपरिक तीज, गणगौर और काइट फेस्टीवल शामिल हैं।

जयपुर घूमने की जगहें

जल महल

जल महल एक खूबसूरत वास्तुकला का नमूना है जो जयपुर शहर की सागर झील के बीच में मौजूद है। इन दोनों को 18वीं सदी में राजा जय सिंह ने पुनर्निर्मित करवाया था।

इस महल की पहली मंजिल पर स्थित हॉल को बहुत अच्छी तरह से सजाया गया है लेकिन फिर भी इसके उपर स्थित चमेली बाग ज्यादा खूबसूरत है।

हवा महल

जयपुर का हवा महल जिसका निर्माण महाराजा प्रताप सिंह ने करवाया था।

यह महल जयपुर के साउथ में स्थित है और इस महल में 1000 छोटी खिड़कियां हैं जिस कारण ये एक छत्ते की तरह दिखता है।

इस महल के गुलाबी और लाल पत्थरों का बाहरी हिस्सा सुबह की रोशनी में बहुत खूबसूरत दिखाई देता है। गर्मियों में भी इस महल में ठंडी हवाएं चलती हैं।

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राज मंदिर

फेमस राज मंदिर सिनेमा को इसकी प्राचीन वास्तुकला के लिए जाना जाता है और यह सिनेमा जयपुर की शान बढ़ाता है।

अगर आप जयपुर शहर पहली बार जाएं तो राज मंदिर सिनेमा जरूर जाएं क्योंकि ऐसा सिनेमा कहीं और आपको देखने को नहीं मिलेगा।

इसके अंदर और बाहर दोनों ओर बारीक सजावट की गई है और यह सिनेमा हॉल बीते समय की याद दिलाता है। इसका हॉल बड़े-बड़े झूमरों की वजह से किसी महल का अहसास कराता है।

जयपुर में खाने की चीजें

जयपुर से लेकर उदयपुर तक राजस्थान में बहुत कुछ ऐसा है जो एक बार देखने के बाद जिंदगी भर याद रहता है, ऐसे ही जयपुर के कुछ पकवान ऐसे हैं जिन्हें जिंदगी में एक बार जरूर टेस्ट करना चाहिए।

दाल बाटी चूरमा

‘दाल बाटी चूरमा’ राजस्थान के सबसे बेहतरीन पकवानों में से एक है। राजस्थानी खाना दाल बाटी चूरमा के बिना पूरा नहीं माना जाता है। गोल बाटियों को घी मे डुबोकर पंचकुटी दाल और चूरमा के साथ खाया जाता है। अगर आपने एक बार जयपुर का दाल बाटी चूरमा खा लिया तो आप इसका स्वाद जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगी।

गट्टे की सब्जी

आपने आज तक बेसन से तैयार कई पकवान खाएं होंगे लेकिन जयपुर में बेसन से ‘गट्टे की सब्जी’ तैयार की जाती है जिसे एक बार खाने के बाद उसका टेस्ट कभी भी भूला नहीं जा सकता है।

लाल मास

अगर आपको नॉन वेज खाना पसंद है तो ‘लाल मास’ ट्राई करना ना भूलें। यह ऐसी डिश है जिसे खाने के बाद आप दिल्ली से लेकर पंजाब तक के तमाम नॉन वेज फूड्स का टेस्ट भूल जाएंगी।

फेस्टिवल मार्केट

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल एक तरह का फेस्टिवल मार्केट भी है। यहां हर साल दुनियाभर के कई कारीगर और शिल्पकार अपनी रचनाओं की प्रदर्शनी लगाते हैं।

इस फेस्टिवल में आप खूबसूरत गहनों से लेकर कपड़े तक खरीद सकती हैं। साथ ही आपको कई और चीजें ऐसी दिख जाएंगी जिन्हें आप खरीदने से खुद को रोक नहीं पाएंगी।

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