इकलौता ‘शब्द’ बना पीएम मोदी से लेकर ट्रंप तक का सिरदर्द, जानिए खतरनाक कहानी

लव जिहादनई दिल्ली। पिछले कुछ महीनों से देश के कोने-कोने से ‘लव जिहाद’ के किस्से सुनाई दे रहे हैं। हो सकता हो आपने ने इनके बारे में पढ़ा हो या आपको इस बारे में पहले से जानकारी हो। लेकिन अभी भी देश में ढेरों लोग ऐसे हैं, जिन्हें इस शब्द का सही अर्थ नहीं पता। क्योंकि कई कट्टरपंथी नेताओं ने इस मुद्दे को तोड़ मरोड़ कर अपनी राजनीति का विषय बना लिया है। अगर हम इस मुद्दे पर लड़ना झगड़ना छोड़ कर कोई हल नहीं निकालते हैं, तो इसका परिणाम घातक हो सकते हैं।

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क्या होता है लव-जिहाद?

कहा जाता है कि जब कोई मुस्लिम लड़का किसी गैर मुस्लिम लड़की से शादी करके उसका धर्म परिवर्तित कराता है तो उसे ‘लव-जिहाद’ कहते हैं।

भारत में पहला मामला

साल 2009 में पहली बार केरल और मैंगलोर में ‘लव-जिहाद’ का मामला सामने आया था, जब यहां की कई धार्मिक संस्थाओं में एकजुट होकर कुछ मुस्लिम संगठन पर अपनी नई पीढ़ी की लड़कियों को बहला फुसला का उनका धर्म परिवर्तिती कराने का आरोप लगाया था।

मामले की सत्यता

भारत में सबसे पहले केरल हाईकोर्ट द्वारा लव जेहाद की पुष्टि की गयी थी। इसके बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने 25 जून 2014 को विधानसभा में जानकारी दी थी कि 2667 युवतियां 2006 से लेकर अब तक प्रेम विवाह के बाद इस्लाम कबूल कर चुकी हैं। इसके बाद अक्टूबर 2009 में तत्कालीन कर्नाटक सरकार ने लव जिहाद को एक गंभीर मुद्दा मानते हुए CID जांच के आदेश दिए थे।

उस समय मामले की जांच पड़ताल करते हुए तत्कालीन डीजीपी जेकब पुनूज के समक्ष कई गंभीर मामले सामने आए थे।

मुस्लिम संगठनों का इनकार

वहीँ, मुस्लिम संगठनों ने इस बात को सिरे से नकारते हुए कहा था कि ये इस्लाम को बदनाम करने की साजिश है, क्योंकि वो ऐसी किसी भी गतिविधि को सपोर्ट नहीं करते।

मुद्दे पर पहली बार राजनीती

उस समय केरल के तत्कालीन मार्क्सवादी मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और कैंपस फ्रंट जैसे संगठन दूसरे धर्मों की लड़कियों को फुसलाकर उनसे शादी कर इस्लाम कबूल करवाने की साजिश रच रह हैं। वो 20 सालों में केरल का इस्लामीकरण करने का प्लान बना रहे हैं। वो तालीबान के अंदाज में कॉलेजों में हमला कर सकता है।

इसके कुछ समय बाद ही केरल में चर्च और विश्व हिंदू परिषद ने मिलकर अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा था कि मुस्लिम आबादी बढ़ाने का ये मकसद हर धर्म के लोगों के धर्म परिवर्तन के जरिए पूरा किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया था कि पैसे देकर लोगों से इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है।

पीड़ित महिलाओं के आरोप

ऐसे कई मामले दर्ज हुए है जिसमे लड़की ने यह आरोप लगाया हो कि उसे बहला फुसलाकर एक इमोशनल अप्रोच के जरिये इस्लाम कबूल करवाने के लिए विवश किया गया। वहीँ कुछ महिलाओं ने यह भी आरोप लगाये कि उनके साथ संबंध बनाने के बाद उनपर इस्लाम कबूल करवाने के लिए बल का प्रयोग भी किया गया।

भारत के अलावा और भी कई देशों में विवाद जारी

इंग्‍लैंड और अमेरिका समेत कई देशों में सालों से इस पर विवाद जारी है और यही कारण है कि इस पूरे मुद्दे ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।

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