फोर्ब्स की लिस्ट में शामिल भारतीय मूल के इस लड़के ने किया ऐसा कारनामा कि आप भी हो जाएंगे हैरान

रोहन सूरीनई दिल्ली: अगर आप से यह पूछा जाए कि क्या 17 साल की उम्र में कोई किशोर अपनी कंपनी खड़ी कर सकता है? क्या इस उम्र के किशोर को फोर्ब्स की सूची में जगह मिल सकती है? तो शायद आपका जवाब न में हो।पर ऐसा बिल्कुल नहीं है, आपकी सोच से परे ये कमाल और सफलता के लिए उम्र को कोसने वालों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है ‘रोहन सूरी’ ने।17 साल की कम उम्र में हेल्थकेयर कंपनी “अवेरिया हेल्थ सोल्यूशन्स” खड़ी करने वाले रोहन सूरी इसकी एक मिसाल हैं।

रोहन सूरी ने कम उम्र में किया कमाल

रोहन के इस कारनामे ने यह साबित कर दिया कि सफलता की रह उम्र कभी बाधा नहीं बनती। आत्मविश्वास और हुनर से सफलता किसी भी उम्र में मिल सकती है।

रोहन सूरी को हेल्थकेयर सेक्टर में उनके योगदान के लिए फोर्ब्स की 30 अंडर 30, 2017 सूची में शामिल किया गया है.

रोहन ने एक ऐसा ऐप बनाया है, जिसमे ब्लूटूथ के माध्यम से इंफेक्शन्स का पता लगाया जा सकता है। इस ऐप का नाम है केट्रेस.

इस ऐप के जरिये यह मालूम किया जा सकता है कि आप किसके संपर्क में आए हैं और कितने लम्बे समय के तक.

इस ऐप का इस्तेमाल करने वाला अगर किसी तरह से संक्रमित होता है तो ये ऐप उसके साथ के लोगों को नोटिफिकेशन भेजकर सूचित कर देगा। इस तरह समय रहते ही किसी बड़ी बीमारी को मात दी जा सकती है।

रोहन बताते हैं कि जब साल 2014 में जब पूरी दुनिया इबोला नमक वाइरस से परेशान थी तब इन्होने इस तरह का ऐप बनाने के लिए सोचा था.

रोहन को टेक्नोलॉजी से बहुत लगाव है.

बड़ी बात यह है कि रोहन ने कह नए ऐप बनाने के लिए या शोध करने के लिए वह किसी बड़े लैब का इस्तेमाल नहीं करते, बल्क‍ि ऐसा अजब ग़जब कारनामा वह सिर्फ एक कंप्यूटर और स्मार्टफोन की मदद से करते हैं.

ब्लुटूथ में बहुत कम बैटरी खर्च होती है इसी बात को मद्देनज़र रखते हुए रोहन ने इस ऐप को ब्लुटूथ से कनेक्ट किया है.

LIVE TV