योगी सरकार ने कोरोना वायरस के मद्देनजर देश की हालत में कुछ सुधार के लिए उठाए कुछ जरूरी कदम…
लखनऊ। कोरोना संक्रमण की वजह से देश और दुनिया में त्राहि-त्राहि मची हुई है। प्रदेश की योगी सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण से हर स्तर पर निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इसके मद्देनजर रोजाना नए फैसले लिए जा रहे हैं।
योगी सरकार ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए अपना खजाना पूरी तरह से खोल दिया है। योगी सरकार मंत्री और विधायकों के खर्च में कटौती करने के बाद सरकारी अफसरों की यात्राओं पर भी लगाम लगाएगी, जिससे कि खजाने को खाली होने से बचाया जा सके।
वैसे कई अधिकारियों ने महामारी से पहले गर्मी में विदेश यात्रा के लिए छुट्टियां मंजूर कराई थी। लेकिन लॉकडाउन के एलान के बाद अपनी यात्राएं स्थगित कर दी है। वहीं, सरकार ने यात्रा अनुमति रद्द कर दी है।
यूपी सरकार बीते दो-तीन महीने से बढ़ते खर्चे और घटती कमाई के मद्देनजर अपने सभी गैर जरूरी अनावश्यक खर्चों में कटौती करने के साथ ही जरूरी खर्चों को भी कम करने या फिर उन्हें टालने की संभावनाओं पर गंभीरता से विचार विमर्श कर रही है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए कारगर साबित होगा लौंग का तेल
वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए हाल ही में कई अहम फैसले करने के बाद सरकार अब अधिकारियों-कर्मचारियों आदि की विभिन्न यात्राएं व प्रशिक्षण, सामान्य तबादले आदि पर रोक लगा सकती है।
रोक लगाए जाने की दशा में 900 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होने का अनुमान है। इतना ही नहीं, कोरोना के मद्देनजर स्थिति और बिगड़ने की दशा में वेतन वृद्धि भी स्थगित की जा सकती है।