ये है यूपी का शनि शिंगणापुर मंदिर, दलित महिलाओं की एंट्री पर बैन

यूपी का मंदिरकानपुर। जातिवाद और ऊंच-नीच की मानसिकता ने हमारे समाज को अभी भी किस कदर अपनी गिरफ्त में जकड़ रखा है, इसकी एक झलक कानपुर देहात के मंगलपुर के मंदिर में देखने को मिली। यहाँ शादी की कुछ रस्में पूरी करने के लिए जब दलित महिलाओं का समूह मंदिर पहुंचा तो उसे अन्दर जाने से रोक दिया गया।

जानकारी के अनुसार, वाल्मीकि समुदाय की दर्जनभर महिलाएं, मुन्नी देवी की अगुवाई में मंदिर में पूजा करने आईं थी। उनकी बेटी की शादी होनी थी। इन महिलाओं को पुजारी ने मंदिर के अन्दर जाने से रोक दिया। लोगों के इकठ्ठा होने पर महिलाओं को इंट्री मिली।

पूजा करने पहुंचीं दलित महिलाओं को मंदिर के भीतरी हिस्से में घुसने ही नहीं दिया गया। जब ये महिलाएं पूजा करके चली गयीं, तो पुजारी ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर गंगाजल से मंदिर परिसर का शुद्धीकरण किया।

मुन्नी देवा ने बताया कि मंदिर का पुजारी हमारे प्रवेश के खिलाफ था। उसने हमारी जाति को लेकर अपमान किया और अपशब्द कहे। जब हमने सवाल उठाए तो उसने भी धमकी दी। बाद में कुछ स्थानीय लोगों की मदद से पूजा पूरी की गई।’

राजनीति हुई गर्म

दलित महिलाओं को मंदिर परिसर के अंदर जाने और पूजा करने से रोकने के मामले पर राजनीति शुरू हो गयी है। मामले की जानकारी मिलने पर कानपुर देहात के सांसद देवेन्द्र सिंह भोले ने दलित बस्ती जाकर समाज के लोगों से मुलाकात की।

सांसद ने कहा कि वो पूरे मामले की जानकारी एसपी को देंगे। अगर महिलाओं को पूजा करने से रोका गया है तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

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