पहाड़ के युवाओं में बढ़ रही नशे की लत चिंताजनक

बढ़ती नशाखोरीदेहरादून। बाल विधायकों ने पहाड़ी क्षेत्र के युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर चिंता जताई है। भुवनेश्वरी महिला आश्रम व प्लान इंडिया संस्था के सहयोग से प्रदेश के सभी 13 जिलों से दो-दो छात्रों को शामिल कर बनाई गई बाल विधानसभा ने पहाड़ों पर सर्वे कर युवाओं की वस्तुस्थिति को जाना।

बुधवार को प्रेस क्लब में आयोजित वार्ता में नेता प्रतिपक्ष अंशुल भट्ट ने बताया कि यूथ एडवाइजरी पैनल ने हाल ही में चमोली जिले के गैरसैंण व उत्तरकाशी के भटवाड़ी व डुंडा ब्लॉक के 14 से 18 वर्ष के 450 युवाओं से संपर्क कर नशे की जानकारी जुटाई गई, तो पाया कि तीनों ब्लॉकों में इस एज ग्रुप के 40 फीसद युवा नशा करते हैं। बताया कि नशा करने वाले युवाओं के घरों में कम से कम एक व्यक्ति नशा करता है। जो चिंता का विषय है।

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बाल विधानसभा के स्पीकर चंपावत निवासी आदित्य वर्मा बताया कि सर्वप्रथम 1989 में विश्वस्तर पर युवाओं के अधिकारों को लेकर बाल विधानसभा के गठन पर कई देशों में सहमति बनी। जिसमें बच्चों को जीने का अधिकार, विकास का अधिकार, प्रतिभाग का अधिकार व सुरक्षा का अधिकार दिए गए। इसी के तहत उत्तराखंड में गठित वर्तमान बाल विधानसभा में कुल 26 विधायक हैं। पौड़ी से बाल विधायक तानिया ने बताया कि अभी तक बाल विधानसभा के चार सत्र हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि युवक-युवतियों के अधिकार, लड़कियों के मानसिक एवं शारीरिक उत्पीड़न, शिक्षा का अधिकार जैसे मुद्दे बाल विधानसभा में उठाए जाते हैं, ताकि युवाओं की समस्याएं प्रदेश की विधानसभा में उठे।

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