यह किसान ‘सुधार’ कानून नहीं किसान ‘उजाड़’ कानून है: अखिलेश यादव

दिल्ली में हरियाणा-पंजाब से आए किसानों का प्रदर्शन (Kisan Protest) जारी है। इस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीते शुक्रवार को सरकार के द्वारा कि गई किसानों के खिलाफ प्रतिक्रिया की निंदा की। अखिलेश ने भाजपा सरकार को घरते हुए कहा कि यह सरकार अपने किए गए वादों से मुकर रही है जिससे अब किसानों का भरोसा इस पार्टी पर नही रहा। साथ ही अखिलेश ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि सरकार ने किसान सुधार कानून नहीं किसान उजाड़ कानून बनाया है। वहीं अखिलेश ने इस परिस्थिति को खतरनाक बताया है।

बता दें कि समाजवादी पार्टी के द्वारा अखिलेश के बयानों की विज्ञप्ति जारी की है। यदि बात करें इस विज्ञप्ति की तो उसमें लिखा था कि, “भाजपा सरकार की कृषि विरोधी नीतियों के चलते देश का किसान समुदाय आंदोलित और आक्रोशित है। साथ ही किसानों के प्रदर्शन के दौरान की गई कार्रवाही के लिए कहा कि हमारे अन्नदाताओं की मांगों पर सकारात्मक रूख अपनाने के बजाय उन पर आँसू गैस के गोले दागना, ठंडे पानी की बौछार करना और लाठियाँ चलाना घोर निंदनीय है।”

अखिलेश ने सरकार को किसानों की महत्ता बताते हुए कहा कि 70 प्रतिशत देश कृषि पर निर्भर है, फिर भी अपने ही देश में भाजपा ने किसानों को बेगाना बना दिया है। उनकी आय दोगुनी करने, उनकी फसल के उत्पादन लागत का डेढ़ गुना देने जैसे वायदे भाजपा सरकार की जुमलेबाजी बनकर रह गए हैं। साथ ही अखिलेश ने किसानों के प्रदर्शन पर कहा कि, शांतिपूर्ण अहिंसात्मक प्रदर्शन करना लोकतंत्र में लोगों का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन भाजपा सरकार तो किसानों की बात सुनने के बजाय अपनी हठधर्मी पर जमी है। किसानों का यह उत्पीड़न भाजपा को भारी पड़ेगा।

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