केंद्र की मोदी सरकार की भ्रष्टाचार पर पेंनी नजर, इन अफसरों को किया जबरन रिटायर

नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने भ्रष्ट्राचार पर एक बार फिर बड़ा वार किया है। 15 अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया है। ये सभी अधिकारी प्रिंसिपल कमिश्नर, कमिश्नर, जूनियर कमिश्नर, अतिरिक्त कमिश्नर और सहायक कमिश्नर जैसे अहम पदों पर थे।

मोदी सरकार

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने अपने 15 अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया है। मीडिया में सूत्रों के हवाले से खबरे के मुताबिक इन अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों के तहत यह कार्रवाई की गई है। इन अधिकारियों को फंडामेंटल रूल 56(J) के तहत सार्वजनिक हित में कार्यमुक्त कर दिया गया है।
इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। इससे पहले 26 अगस्त को भी विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोपों में 22 वरिष्ठ अधिकारियों को रिटायर कर दिया है।

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पिछले कुछ महीनों में टैक्स अधिकारियों को जबरन रिटायर करने का यह चौथा मामला है। एक टैक्स अधिकारी के मुताबिक यह कार्रवाई प्रधानमंत्री के लाल किले से जताई गई उस चिंता के बाद की गई है जिसमें उन्होंने कहा था कि टैक्स ऐडमिनिस्ट्रेशन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने अपने शक्तियों की दुरुपयोग कर करदाताओं को प्रताड़ित किया होगा।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से कहा था कि टैक्स के मामलों में उत्पीड़न करने वाले और भ्रष्ट अधिकारियों को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।

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