‘नोटबंदी से 120 लोगों की मौत के लिए मोदी जिम्मेदार’

मोदी के इस्तीफे की मांगकोलकाता| नोटबंदी तथा ‘प्रतिशोधात्मक राजनीति’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के दूसरे दिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने नोटबंदी की वजह से 120 से अधिक लोगों की मौत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया।

मोदी के इस्तीफे की मांग

राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान तृणमूल के सांसदों ने मोदी पर अर्थव्यवस्था को तहस-नहस करने का आरोप लगाया और जोर दिया कि उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक मोदी प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दे देते।

तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने ट्वीट में 122 लोगों का ब्यौरा दिया, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि इनकी मौत नोटबंदी के बाद नकदी की कमी की वजह से हुई।

ममता ने ट्वीट कर कहा, “मोदी, आप अहंकारी हैं। आप नोटबंदी की वजह से हुई 120 से अधिक (122) लोगों की मौत के जिम्मेदार हैं।”

ममता ने ‘पीड़ितों’ की राज्यवार सूची जारी की और इनकी मौतों की वजह बताई। सूची के मुताबिक, नोटबंदी के कारण उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 32, बंगाल में 13 तथा महाराष्ट्र में 11 लोगों की मौत हुई।

ममता ने दावा किया कि मोदी के गृह राज्य गुजरात में नोटबंदी की वजह से पांच लोगों की मौत हुई। इनमें से तीन की मौत बैंक के बाहर कतार में लगने के दौरान हुई, एक महिला ने परिवार के लिए खाना खरीदने में खुद को अक्षम पाने पर खुदकुशी कर ली, जबकि तनाव के कारण एक बैंक के कैशियर ने खुदकुशी कर ली।

पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत रॉय ने मोदी पर अर्थव्यवस्था को तहस-नहस करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “काला धन तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ हम भी उतने ही सख्त हैं, लेकिन सरकार द्वारा की गई नोटबंदी पूरी तरह से गलत है। केवल एक फैसले से मोदी ने पूरी अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दिया।”

रॉय ने दिल्ली में कहा, “कृषि को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और देश उस हालत की तरफ बढ़ रहा है, जिसमें खाद्य सामग्री की गंभीर समस्या पैदा हो सकती है।”

उन्होंने कहा, “बड़े कॉरपोरेट घरानों को छोड़कर तमाम क्षेत्रों के लोग प्रभावित हुए हैं।”

करोड़ों रुपये के रोज वैली चिट फंड घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा तृणमूल के दो सांसदों- तापस पॉल तथा सुदीप बंद्योपाध्याय की गिरफ्तारी को लेकर तृणमूल ने सवाल किया कि ‘कंपनी से संबंध रखने वाले’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों को क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया।

तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, “सीबीआई पक्षपातपूर्ण तरीके से क्यों काम कर रही है। उसने भाजपा के उन नेताओं को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जो बार-बार रोज वैली के निदेशकों के साथ देखे गए थे।”

उन्होंने कहा, “संसद में नोटबंदी को लेकर प्रदर्शन के दौरान मोदी ने सुदीप दा (बंद्योपाध्याय) से बात करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसी को लेकर यह राजनीतिक प्रतिशोध लिया जा रहा है।”

सांसद ने कहा, “मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के स्तर व गरिमा को ठेस पहुंचाई है। जब तक मोदी इस्तीफा नहीं दे देते, हमारी लड़ाई जारी रहेगी।”

तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को मोदी के इस्तीफे की मांग करते हुए पश्चिम बंगाल व दिल्ली के अलावा ओडिशा, पंजाब, बिहार, मणिपुर, त्रिपुरा, असम तथा झारखंड में तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ शुरू किया है।

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