महात्मा गांधी ने किया गैरकानूनी काम, सात दिनों में हाजिर होने का फरमान जारी

महात्मा गाँधी को नोटिसजांजगीर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नोटिस भेजी गई है। महात्मा गांधी पर अवैध निर्माण कराने का आरोप लगा है। साथ ही उन्हें सात दिनों में हाजिर होने का फरमान जारी किया गया है।

मामला छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले का है। यहां अवैध भवन निर्माण के आरोप में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नोटिस जारी करके उनसे सात दिनों में जवाब देने को कहा गया है। ऐसा न होने पर उनके खिलाफ कानून कार्रवाई की बात भी कही गई है।

यह नोटिस जांजगीर के डभरा नगर पंचायत के मुख्य नगर पंचायत अधिकारी नीतू अग्रवाल की तरफ से जारी किया गया है। नोटिस में महात्मा गांधी को सात दिनों के अंदर भवन निर्माण से संबंधित सभी दस्तावेज के साथ लेकर नगर पंच्यात ऑफिस में अपस्थित होने का आदेश दिया गया है।

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को नोटिस का जवाब न देने और और हाजिर ना होने की स्थिति में उनके खिलाफ पालिका अधिनियम-1961 की विभिन्न धारा के तहत कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी भी दी है।

इस मामले के बाद कांग्रेस ने नगर पंचायत अधिकारी नीतू अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने आरोप लगया है कि यह सब जान बूझकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करने के लिए किया गया है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के नाम एक ज्ञापन थाना प्रभारी और डभरा एसडीएम सौंपा है, जिसमें मुख्य नगर पंचायत अधिकारी नीतू अग्रवाल के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की गई है।

महात्मा गाँधी को नोटिस पर कांग्रेस ने चेतावनी दी है अगर तीन दिन के अंदर एक्शन नहीं लिया गया तो वह बड़े पैमाने पर और धरना-प्रदर्शन करेगी, जिसकी जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ सरकार की होगी।

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