अजान विवाद के बाद सुर्खियों में आई केरल की मस्जिद, नहीं होगा माइक और लाउडस्पीकर का इस्तेमाल

मस्जिद में नमाजनई दिल्ली। गायक सोनू निगम के अजान विवाद के बाद मुस्लिमों ने एक मिसाल पेश की है। रमजान से कुछ दिन पहले ही केरल के मल्लापुरम इलाके की एक मस्जिद सुर्खियों में है। वजह, इस मस्जिद में माइक और लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं होगा। मस्जिद में नमाज इशारों से पढ़ाई जाएगी।

इस तरह देश की ये पहली अनोखी मस्जिद होगी। इशारों की मदद से नमाज पढ़ाने की कोशिश इसलिए की जा रही जिससे कि दिव्यांग लोगों को भी लाभ हो। मस्जिद के इमाम या मौलवी, नमाज पढ़ने के लिए हर शुक्रवार को होने वाली नमाज में इकट्ठा हुए लोगों को उपदेश देते हैं।

टाइम्स ग्रुप की खबर के अनुसार, बीते सोमवार(22 मई) को मल्लापुरम में मस्जिद अल-रहमा का उद्घाटन हुआ था। यहां पर जुमे की नमाज का उपदेश इशारों की भाषा से दिया जाएगा जिससे दिव्यांग लोगों को भी लाभ मिलेगा। इशारों से नमाज पढ़ाने के लिए एलसीडी स्क्रीन्स की मदद ली जाएगी।

वहीं खबर के मुताबिक मस्जिद को 5 एकड़ के कैम्पस में बनाया गया है। एक बार में लगभग 500 से ज्यादा लोग मस्जिद में नमाज पढ़ सकेंगे। वहीं मस्जिद की टॉइलेट्स में आर्म रेस्ट और रैंप्स बनाए गए हैं जिससे चलने में असमर्थ लोगों को आसानी हो सके। साथ ही व्हीलचेयर की सुविधा भी मस्जिद में है।

खबर के मुताबिक इस मस्जिद को बनवाने का काम एनजीओ एबिलिटी फाउंडेशन ने किया है। यह एक गैर-सरकारी चैरिटेबल संस्था है जो मुजाहिद ग्रुप का हिस्सा है।

खबर के मुताबिक फाउंडेशन के चेयरमैन मुस्तफा मदनी का दावा है कि उनके एनजीओ में लगभग 300 दिव्यांग छात्र पढ़ते हैं। इनमें से लगभग 200 छात्र सुनने में असर्मथ हैं। ऐसे में कई बार छात्र नमाज और उपदेश से नदारद रहने को मजबूर होते थे। ऐसे में उन्हें(मदनी) को विचार आया कि क्यों नहीं मस्जिद में इशारों की मदद से नमाज और उपदेश देने का काम किया जाए जिससे सबको लाभ हो।

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