मसालों में मिलावाट का मामला, खरीदने से पहले ध्यान रखें ये बातें

मसालों में मिलावाटलखनऊ। एक बार फिर मसालों में मिलावाट का मामला सामने आया है। अगर आप मसाले खरीद रहे हैं तो एक बार उन्हें अच्छी तरीके से चेक कर लें। कहीं ऐसा न हो कि मसालों में भूसी या फिर अन्य कुछ मिलाया गया हो। शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने खासपुर नगला तल्फी, दयालबाग स्थित कपूर इंडस्ट्री में छापा मारा। काले नमक में काला रंग मिलाया जा रहा था, जबकि धनिया, सहित अन्य में भूसी का प्रयोग किया जा रहा था।

मसालों में मिलावाट का मामला

सात नमूने लेने के बाद टीम ने पूरे स्टॉक को सील कर दिया। मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने के लिए सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा ने विशेष टीम गठित की है। शुक्रवार शाम टीम ने कपूर इंडस्ट्री पर छापा मारा। कमला नगर निवासी निशांत कुमार दो साल से इंडस्ट्री चला रहे थे। हर दिन बड़ी संख्या में मसालों की पिसाई होती थी और फिर बिना लेवल की पैकिंग में मसालों को बिक्री के लिए जिले की विभिन्न दुकानों में भेज दिया जाता था।

टीम के सदस्यों ने काला नमक को पानी में डाल दिया। कुछ सेकेंड के बाद ही पानी का रंग काला पड़ गया। सहायक आयुक्त खाद्य विनीत कुमार ने बताया कि फैक्ट्री से चार बोरों में 200 किग्रा भूसी मिली है। इसे मसालों में मिलाया जा रहा था। जबकि मसालों में स्वाद लाने के लिए अजीनोमोटो का प्रयोग किया जाता था। फैक्ट्री से 25 किग्रा अजीनोमोटो मिला है। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सर्वेश मिश्र, राकेश कुमार, एस कुमार सहित अन्य शामिल रहे।

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सर्वेश मिश्र ने बताया कि स्वाद बढ़ाने के लिए कपूर इंडस्ट्री में अजीनोमोटो का प्रयोग किया जाता था। इसकी अधिक मात्र से बच्चों में याददाश्त संबंधी सहित अन्य परेशानियां हो सकती हैं।

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