मछुआरों के खिलाफ श्रीलंका के आक्रामक रुख पर कदम उठाए केंद्र : पलनीस्वामी

चेन्नई| तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह निर्दोष भारतीय मछुआरों पर श्रीलंका की ‘आक्रामक कार्रवाई’ से निपटने के लिए कदम उठाएं।

प्रधानमंत्री को लिखे एक खत में पलनीस्वामी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करता हूं कि हमारे मछुआरों की आजीविका से संबंधित संवेदनशील मुद्दे पर वह व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप करें तथा पाक जलडमरूमध्य में श्रीलंकाई नौसेना की अस्वीकार्य आक्रामक कार्रवाई से निपटने के लिए कदम उठाएं, ताकि हमारे निर्दोष मछुआरों के जीवन, आजीविका व स्वतंत्रता की सुरक्षा हो सके।”

पलनीस्वामी ने कहा कि भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त को समन किया जाना चाहिए और भारतीय मछुआरों पर उकसाने वाली गोलीबारी के खिलाफ भारत सरकार तथा तमिलनाडु सरकार की भावनाओं से अवगत कराना चाहिए।

पलनीस्वामी का यह खत पाक जलडमरूमध्य में भारतीय मछुआरों पर कथित रूप से श्रीलंकाई नौसेना की गोलीबारी के बाद आया है। गोलीबारी में एक मछुआरे की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया।

पलनीस्वामी के मुताबिक, पांच मछुआरे रामनाथपुरम जिले के रामेश्वरम फिशिंग बेस से मछली पकड़ने के लिए निकले थे।

उन्होंने कहा कि सोमवार रात जब मछुआरे पाक जलडमरूमध्य में मछली पकड़ रहे थे, तब श्रीलंकाई नौसेना के एक पोत ने नौका को चारों ओर से घेर लिया और निहत्थे मछुआरों पर ‘बिना किसी उकसावे के अंधाधुंध’ गोलीबारी शुरू कर दी।

पलनीस्वामी ने कहा, “दो मछुआरों को गोलियां लगीं, जिनमें से एक (ब्रित्जो) की मौत हो गई, जबकि दूसरे (सरन) मछुआरे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”

भारतीय मछुआरों के उत्पीड़न की घटनाओं में बढ़ोतरी को लेकर पांच मार्च को लिखे पत्र का हवाला देते हुए पलनीस्वामी ने कहा कि एक मछुआरे की हत्या श्रीलंकाई नौसेना की अमानवीय तथा क्रूर अवस्था को दर्शाती है।

पलनीस्वामी ने कहा, “किसी भी परिस्थिति में श्रीलंका की तरफ से हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। यह भारत सरकार तथा तमिलनाडु सरकार का कर्तव्य है कि वह हमारे नागरिकों के हितों और सबसे बढ़कर उनके जीवन व स्वतंत्रता की सुरक्षा करे।”

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