खास कला और संस्कृति के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं ये गांव

भारतभारत एक ऐसा देश है, जो अपनी भाषा, कला, संस्कृति के लिए दुनियाभर में फेमस है. संस्कृति और रीति-रिवाज यहां के लोगों के जीवन का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है. हमारे देश में कुछ ऐसे गांव है जो अपनी खासियत की वजह से दुनियाभर में मशहूर हैं. आज हम आपको ऐसे गांवों की सैर कराएंगे जो अपनी खास भाषा और खास पेंटिग के लिए जाने जाते हैं.

रघुराजपुर

यह गांव उड़ीसा में स्थित है. इस गांव को 2000 में हैरिटेज गांव की लिस्ट में रख दिया गया है. ऐसा कहा जाता है कि इस गांव का हर व्यक्ति कलाकार है. यहां के लोग ट्रबाइल पेंटिग के बहुत शौकीन हैं. यहां के लोग पेपर मैच के खिलौने और लकड़ी के खिलौने बनाकर अपना जीवन गुजारते हैं. इनकी इस कला को देखने के लिए लोग दुनिया के कोने-कोने से आते हैं.

तिलौनिया

तिलौनिया गांव अजमेर में स्थित है. यह पहला गांव है, जिस गांव के हर घर की छत पर सोलर सिस्टम चमकता हुआ दिखाई देता है. ऐसा कहा जाता है इस गांव का हर व्यक्ति सोलर सिस्टम इंस्टॉल करना जानता है. इन लोगों की इस काम को देखने के लिए लोग बड़ी दूर-दूर से आते हैं.

मट्टूर

बेंगलुरु का मट्टूर गांव आज भी अपने देश की संकृति और सभ्यता को संभाल कर रखे हुए हैं. इस गांव का हर एक व्यक्ति संस्कृत भाषा बोलता है. संस्कृत भाषा के बोलने और लिखने के चलते इस गांव को संस्कृत गांव भी कहा जाता है. इस गांव में बच्चों को संस्कृत सिखाने के लिए पांच साल का प्रशिक्षण दिया जाता है. यह गांव अपनी भाषा की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर है.

पनामिक गांव

सियाचिन ग्लेशियर के पास बसा यह पनामिक गांव अपनी गर्म पानी की धारा के बहने की वजह से पूरे  विश्व में मशहूर है. पनामिक गांव की इस गर्म पानी की धरा में लोग दूर-दूर से डुबकी लगाने आते हैं.  इस गांव की सैर करने का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर के बीच का होता है.

LIVE TV