बेटी का कर चुके थे अंतिम संस्कार, दो दिन बाद लौट आई वापस
छत्तीसगढ़। जिस बेटी को मरा समझकर घरवालों ने अंतिम संस्कार कर दिया वो बेटी दो दिन बाद घर वापस आ गई। ये हैरान करने वाली खबर छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले का है। शनिवार को जिस किशोरी का परिजन अंतिम संस्कार कर चुके थे, वह सोमवार को अचानक लौट आई। अब पुलिस के सामने यह पहेली है कि आखिर वह लाश किसकी थी, जिसका अंतिम संस्कार किया गया था।
मामला छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले का है। जिले के बागबाहरा थाना क्षेत्र के भालूचूंआ गांव के कोटवार गंगाराम टंडन को शुक्रवार, 19 मई की सुबह दस बजे सूचना मिली कि जंगल में एक युवती की लाश पड़ी हुई है। कोटवार ने मौके पर पहुंचकर देखा तो एक युवती अधजली लाश पड़ी हुई थी, जिसकी उम्र 20 वर्ष के आसपास रही होगी। मृतका का चेहरा बुरी तरह से जला हुआ था। पास में युवती की चप्पल और एक बोतल पड़ी हुई थी। इसकी सूचना कोटवार ने बागबाहरा पुलिस को दी।
महासमुंद के एडिशनल एसपी राकेश भट्ट ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पीएम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा भेजा और मामले की विवेचना शुरू की। विवेचना के दौरान मृतका की पहचान तेंदूलोथा निवासी नाबालिग समृद्धि पाठक के रूप में हुई। परिजनों की शिनाख्ती के बाद पुलिस ने कार्रवाई पूरी करते हुए शव को परिजनों को सौंप दिया। शनिवार को परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।