खेलों पर कलंक, बीबीडी बैडमिंटन एकेडमी में बेटियों का यौन शोषण!

बीबीडीलखनऊ : उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन में चल रहा घमासान अब थाने तक पहुंच गया है। बीबीडी (बाबू बनारसी दास) यूपी बैडमिंटन एकेडमी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व सचिव डॉ. विजय सिन्हा व उनके बेटे पूर्व कार्यकारी सचिव निशांत के खिलाफ गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पिता-पुत्र के खिलाफ बालिका खिलाड़ियों से छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न, धोखाधड़ी, बंधक बनाने व मारपीट समेत कई संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई है।

बीबीडी में यौन शोषण!

विपिन खंड गोमतीनगर स्थित एकेडमी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी जंग बहादुर सिंह के मुताबिक 12 फरवरी को एसोसिएशन एक्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक की गई थी। इस दौरान सर्वसम्मति से डॉ. विजय सिन्हा को सचिव और उनके बेटे निशांत को कार्यकारी सचिव के पद से हटा दिया गया था। मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने तहरीर में लिखा है कि संघ को बालिका खिलाड़ियों की ओर से शिकायतें प्राप्त हुई हैं कि डॉ. विजय व उनके बेटे निशांत ने पद का दुरुपयोग कर उनका शारीरिक व मानसिक शोषण किया है। आरोप है कि निशांत ने विभिन्न कार्यो के लिए रुपये की भी मांग की और डॉ. विजय ने उन्हें संरक्षण दिया। पुलिस को दिए तहरीर में लिखा गया है कि शिकायतें मिलने पर संघ ने जांच के लिए एक सेवानिवृत जिला जज की अध्यक्षता में इन्क्वायरी कमीशन का गठन किया था। कमीशन की जांच में पाया गया कि डॉ. विजय व निशांत के खिलाफ सभी शिकायतें सही हैं। कमीशन ने जांच रिपोर्ट में आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात लिखी थी। इसके बाद सोमवार देर शाम को आरोपी पिता-पुत्र व डॉ. विजय के पीए करन श्रीवास्तव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

पुलिस को दिए तहरीर में खिलाड़ी आकाश से विभिन्न प्रतियोगिताओं में खिलाने के लिए निशांत पर वसूली का आरोप भी है। आरोप है कि आकाश ने संघ से शिकायत की थी कि निशांत के कक्ष में उससे महिला खिलाड़ियों को लाने के लिए बाध्य किया जाता था। मांग पूरी न करने पर निशांत ने डॉ. विजय से अनुमति दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग की थी। तहरीर में एक अन्य खिलाड़ी अंकित पटेल का भी जिक्र है, जिसमें निशांत पर फिजियोथेरेपी के नाम पर तीन बार में 22 हजार रुपये लेने का आरोप है। वहीं खिलाड़ी रजत शर्मा का आरोप है कि निशांत के कहने पर डॉ. विजय द्वारा अपने पीए करन श्रीवास्तव के खाते में पिछले चार माह से 15 हजार रुपये प्रति माह जमा कराया जा रहा है। तहरीर में लिखा है कि रजत को इसकी रसीद भी उपलब्ध नहीं कराई गई है।

हर खेल संघ में खिलाड़ियों की शोषण और यौन शोषण से संबंधित आरोपों की जांच और कार्रवाई के लिए एक समिति होनी चाहिए। आइओसी के नियम स्पष्ट हैं। बीबीडी बैडमिंटन अकादमी में जूनियर बालिका बैडमिंटन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था है, लेकिन यहां इन बातों पर गौर नहीं किया गया। एसएसपी मंजिल सैनी को जब पिता-पुत्र पर रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी हुई तो उन्होंने इंस्पेक्टर से फोन पर बात की। एसएसपी ने गंभीर मामले की जानकारी दिए बिना गुपचुप तरीके से रिपोर्ट दर्ज करने पर इंस्पेक्टर को फटकार लगाई है। इंस्पेक्टर गोमतीनगर ने बिना सूचना दिए सोमवार को ही पिता-पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था।

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