बीएसएफ जवान को वीडियो शेयर करने की मिली सजा, गृह मंत्री ने दिए जांच के आदेश
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में तैनात एक बीएसएफ जवान का खराब खाने को लेकर सामने आए वीडियो के बाद हडकंप मच गया है। जवान को कैंप से हटाकर हेडक्वाटर अटैच कर दिया गया है। उसने आरोप लगाया है कि उस पर वीडियो हटाने के लिए अधिकारियों द्वारा दबाव डाला जा रहा है। इस बीच खबर है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
सोमवार देर शाम बीएसएफ जवान तेजबहादुर यादव ने फेसबुक वीडियो के जरिए बड़े अफसरों पर जवानों को मिलने वाले खाने में घोटाले का आरोप लगाया था। जिसमें उसने ड्यूटी के दौरान अपने अनुभव और व्यथा को शेयर किया है। जवान ख़ास तौर पर अपने अधिकारियों से नाराज नज़र आ रहा है।
शेयर किए वीडियो में उसने अधिकारियों पर खाना बेचे जाने का आरोप लगाया। उसका कहना है कि जवानो के लिए आने वाला खाना अधिकारी अपनी जेब भरने के लिए दबा जाते हैं। इस कारण जवानों को खाना नहीं मिलता है। कई बार तो उन्हें भूखा भी सोना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर वायरल इन वीडियो को अब तक करीब साढ़े 5 लाख लोग देख चुके हैं। लेकिन सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच का भरोसा दिया है। वायरल वीडियो पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया है। उन्होंने गृह सचिव को जांच का आदेश दिया है. बीएसएफ से रिपोर्ट तलब की गई है।
I have seen a video regarding a BSF jawan's plight. I have asked the HS to immediately seek a report from the BSF & take appropriate action.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 9, 2017
जवान के वीडियो पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. लेकिन सीमा पर अपनी नियमित यात्रा के दौरान मैंने जवानों के बीच सब कुछ सही पाया था।
जवान वीडियों में कह रहा है, “सभी देशवासियों को नमस्कार, गुडमॉर्निंग, सलाम और जय हिंद। देशवासियों, मैं आपसे एक अनुरोध करना चाहता हूं। मैं बीएसएफ 29 बटालियन सीमा सुरक्षा बल का जवान हूं। जो कि हम लोग सुबह 6 बजे से शाम को पांच बजे तक लगातार इस बर्फ के अंदर 11 घंटे तक खड़े होकर ड्यूटी करते हैं।”
“कितनी भी बर्फ हो, बारिश हो या तूफान हो। हम इन्हीं हालातों में ड्यूटी करते हैं। मेरे पीछे का दृश्य शायद आप लोग देख रहे होंगे। फोटो में शायद आपको ये दृश्य अच्छे लग रहे होंगे। लेकिन, हमारी जो सिचुएशन है, उसे ना कोई मीडिया दिखाता है, ना कोई मिनिस्टर सुनता है।”
“कोई भी सरकार आई हो, हमारे हालात बदतर ही हैं। मैं इसके बाद आपको तीन वीडियो भेजूंगा। जो आप देश के तमाम मीडिया और नेताओं को दिखाएं।”
जवान आगे कहता है, “हमारे अधिकारी हमारे साथ कितना अन्याय और अत्याचार करते हैं। हम किसी सरकार को कोई दोष नहीं देना चाहते।
क्योंकि सरकार हर चीज, हर सामान हमें देती है लेकिन उच्च अधिकारी सब बिक्री करके खा जाते हैं। और हमें कुछ नहीं मिलता।”
“ऐसे हालात हैं कि कई बार तो जवान को भूखे पेट भी सोना पड़ता है। मैं सुबह का नाश्ता आपको दिखाउंगा। एक पराठा मिलता है। इसमें कुछ भी नहीं है। ना अचार है ना सब्जी है। चाय के साथ पराठा खाना पड़ता है।”
“दोपहर का खाना मैं आपको दिखाउंगा। दाल में सिर्फ नमक और हल्दी होती है। उसके सिवाय कुछ नहीं होगा। रोटियों के हालात भी दिखाउंगा। मैं फिर कह रहा हूं कि भारत सरकार सब कुछ देती है, उसकी तरफ से सब कुछ आता है। स्टोर भरे पड़े हैं लेकिन वो सब कुछ बाजार में चला जाता है। ये कहां जाता है? कौन बिक्री करता है? इसकी जांच होनी चाहिए।”
इन साब बातों के साथ इस जवान ने इसी वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बात की जान कराने की अपील की है।
इतना ही नहीं जवान का यह भी कहना है कि इस वीडियों के बाद वो रहे या न रहे। यानी उसे सच्चाई जाहिर करने पर अधिकारियों से जान के खतरे का भी डर है।
जवान का कहना है “यदि जांच की जाएगी तो मेरे द्वारा कहा गया लफ्ज हकीकत से परे नहीं मिलेगा। जय हिन्द।”